मुंबई। महाराष्ट्र में चुनावी नतीजे आने के बाद से ही भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच गतिरोध जारी है। मुख्यमंत्री पद को लेकर देवेंद्र फडणवीस और उद्धव ठाकरे के बीच का गतिरोध गुरुवार को राज्यपाल के पास पहुंचा। गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल राजभवन में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिला और सरकार बनाने के लिए पार्टी के प्रयासों से अवगत कराया। बता दें कि दोनों पार्टियों के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर चुनावी नतीजों के बाद से ही गतिरोध जारी है।
महाराष्ट्र भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने गुरुवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलकर 21 अक्टूबर के चुनाव के बाद सरकार बनाने में देरी के कानूनी पहलुओं पर चर्चा की। राज्यपाल से मिलने वाले भाजपा नेताओं में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल, राज्य सरकार में मंत्री सुधीर मुनगंटीवार और गिरीश महाजन शामिल रहे। चंद्रकांत पाटिल ने स्वीकार किया कि भाजपा और शिवसेना के गठबंधन ने सरकार बनाने में सामान्य से अधिक समय लिया। कोश्यारी से मुलाकात के बाद पाटिल ने पत्रकारों से कहा कि यह सच है कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए सामान्य से अधिक समय लिया गया। उन्होंने कहा कि हमने मौजूदा स्थिति के कानूनी पहलुओं पर राज्यपाल से चर्चा की। हम अपने नेताओं से चर्चा कर अगले कदम पर फैसला लेंगे। महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच जारी सियासी गतिरोध पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का बड़ा बयान आया है। महाराष्ट्र में सरकार गठन पर नितिन गडकरी ने कहा कि शिवसेना और बीजेपी पर जल्द ही फैसला हो जाएगा। 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा के हाल ही में घोषित चुनाव नतीजों में कोई भी पार्टी 145 सीटों के बहुमत के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाई। इसके चलते सरकार गठन में देर हो रही है। चुनाव में भाजपा को 105, शिवसेना को 56, राकांपा को 54 और कांग्रेस को 44 सीटों पर जीत हासिल हुई है। गठबंधन कर चुनाव लड़ी भाजपा और शिवसेना को कुल मिलाकर 161 सीटें मिली हैं। महाराष्ट्र विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल नौ नवंबर को खत्म हो रहा है।
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