भुवनेश्वर। कीस स्थित वाणीक्षेत्र जगन्नाथ मंदिर परिसर में महासप्तमी के अवसर पर कादंबिनी मीडिया के सौजन्य से ओडिया मासिक पत्रिका कादंबिनी तथा कुनी कथा का शारदीय नवांक लोकार्पित हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि के रुप में मनोरंजन पाणिग्राही ओडिशा सरकार के मुख्य सचिव, ओडिया भाषा, साहित्य व संस्कृति तथा पर्यटन ने किया। अवसर पर कृपासिंधु मिश्रा, निदेशक सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ओडिशा सरकार, डा विजय कुमार नायक, निदेशक ओडिया भाषा, साहित्य एवं संस्कृति ओडिशा सरकार, डा संगीता गोसाईं सीइओ ओडिशी रिसर्च सेण्टर भुवनेश्वर, प्रो सान्तनु आचार्य सुविख्यात ओडिया लेखक, डीप्ति पटनायक ओडिया लेखिका, इंद्रा सिंह ओडिया लेखिका आदि विशिष्ट आमंत्रित मेहमान के साथ-साथ पालीश्री पटनायक लेखिका, विभूति पटनायक लेखक, हरप्रसाद दास लेखक गुरु रामहरि दास और हरमोहन महंती जैसे अनेक ओडिया साहित्यकार आदि उपस्थित थे। स्वागत की औपचारिकता कीट-कीस के संस्थापक, लोकसभा सांसद तथा कादंबिनी तथा कुनी कथा के मुख्य संरक्षक प्रो अच्युत सामंत ने किया। उन्होंने कहा कि आज की सभा शारदीय बंधु मिलन है जिसमें वे उपस्थित सभी के मिलेंगे और बातचीत करेंगे। उन्होंने मंचस्थ मेहमानों का स्वागत अंगवस्त्र तथा पुष्पगुच्छ भेंटकर किया। कादंबिनी की यात्रा की मार्मिक कहानी सुनाई। कहा कि आज से करीब 20 साल पूर्व उनकी छोटी बहन डा इति सामंत के भगीरथ प्रयत्नों से कादंबिनी अस्तित्व में आई। आज यह मासिक पत्रिका सबसे लोकप्रिय ओडिया मासिक पत्रिका बन चुकी है, जिसकी मांग विदेशों में रहनेवाले और कार्यरत समस्त ओडिया भाई-बहन सबसे अधिक करते हैं। मुख्य अतिथि मनोरंजन पाणिग्राही ने कहा कि कि कादंबिनी आज ओडिया मासिक पत्रिका नहीं है अपितु ओडिया साहित्यकारों का कण्ठहार है जिसमें हमारे प्रदेश की कला, साहित्य, संस्कृति, ओडिया भाषा और ओडिया स्वाभिमान सुरक्षित है। यह पत्रिका महिलाओं से लेकर उभरते हुए लेखकों को भी अच्छा मंच उपलब्ध कराती है। मैं इसके उत्तरोतर विकास की मंगल कामना करता हूं। पत्रिका की सम्पादिका डा इति सामंत ने उपस्थित सभी बुद्धिजीवियों और पत्रिका के लेखकों, पाठकों आदि के प्रति आभार व्यक्त किया। सभी ने आयोजित भजनगायन का भरपूर आनंद उठाया तथा अंत में श्रीवाणीक्षेत्र स्थित कीस जगन्नाथ मंदिर में तैयार महाप्रसाद का सेवन किया। आयोजन को सफल बनाने में कादंबिनी मीडिया के सभी का सहयोग रहा।
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