भुवनेश्वर। भुवनेश्वर इस्टकोस्ट रेलवे प्रेक्षालय, चन्द्रशेखरपुर में एकल अभियान, फ्रेण्ड्स आॅफ टाइबल सोसाइटी के अध्यक्ष अजय अग्रवाल के नेतृत्व में और संरक्षक लक्ष्मण महिपाल की उपस्थिति में ओडिशा में एकल विद्यालयों के प्रोत्साहन एवं उसके नियमित रुप से संचालन हेतु स्वेच्छापूर्वक दानदाताओं को आकृष्ट कराने हेतु आयोजन कराया गया। आयोजित गौरवपूर्ण प्रस्तुति दो अलग-अलग चरणों में संपन्न हुई। पहले चरण में परम्परागत दीपप्रज्ज्वलन और वक्तव्य के अन्तर्गत अजय अग्रवाल, अध्यक्ष, संरक्षक लक्ष्मणम महिपाल, समारोह के मुख्य अतिथि दीपक मालवीय राष्ट्रीय अध्यक्ष लोकसेवक मण्डल भारत सह ओडिया समाज डेली के अध्यक्ष, सम्मानित अतिथि द्वय अरविन्द बेहरा अवकाश प्राप्त उच्च प्रशासनिक अधिकारी ओडिशा सरकार तथा विनोद कुमार, अवकाश प्राप्त निदेशक आल इण्डिया इंदिरागांधी फारेस्टरी अकादमी देहरादून आदि ने अपने-अपने संबोधनों द्वारा एकल विद्यालय अभियान को ओडिशा के वनांचलों में बढ़ावा देने और एकल विद्यालयों के सफलतापूर्वक संचालन के लिए स्वेच्छापूर्वक दानदेने के लिए दानदाताओं से अपील की। अजय अग्रवाल ने सभी मेहमानों का स्वागत करते हुए एकल अभियान के तहत एकल विद्यालयों के उद्भव और विकास को ओडिशा से आरंभ होने की जानकारी दी और यह भी बताया कि ओडिशा में कुल पांच हजार एकल विद्यालय चल रहे हैं। मुख्य अतिथि दीपक मालवीय ने बताया कि उनको यह जानकार बहुत अच्छा लगा कि पूरे भारत में कुल लगभग 94 हजार एकल विद्यालय चल रहे हैं और जहां पर कुल लगभग 24 लाख वनांचल के बच्चे उससे लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वे भी एकल अभियान से जुड़ना चाहते हैं और अपनी ओर से नि:स्वार्थ सेवाएं उपलब्ध कराना चाहते हैं। उन्होंने आयोजन के लिए अजय अग्रवाल के प्रति आभार व्यक्त करते हुए यह कहा कि आज अभी-अभी वे दिल्ली से भुवनेश्वर इस कार्यक्रम में सिर्फ हिस्सा लेने आये हैं और आज ही वे तत्काल दिल्ली लौट जाएंगे। उन्होंने बताया कि अगर वे आज यहां नहीं आते तो उनकी ओर से समाजसेवा के इस पुनीत प्रकल्प की जानकारी से वंचित रह जाते। कार्यक्रम का संचालन मनसुख सेठिया ने किया। आयोजन के दूसरे चरण में हिन्दी कवि अजय अटापटु ने बाबा सत्यनारायण मोर्य का विस्तृत परिचय प्रस्तुुत करते हुए उन्हें मंच पर सादर आमंत्रित किया। मंच पर आने के साथ ही बाबा ने स्वामी विवेकानन्दजी की तस्वीर बनाकर और उसे रंगकर अपने एक सफल चित्रकार होने को साबित कर दिया। वहीं वे अपने मंच आगमन के वक्त अपनी कमाल की अदाकारी से अपने आपको एक सफल नायक और नाटककार के रुप में भी प्रतिष्ठित कर दिये। बाबा सत्यनारायण मौर्य का स्वागत करतल ध्वनियों के बीच हुआ। उसके उपरांत उन्होंने समसामयिक विषयों तथा हास्य-विनोद पर आधारित अनेक कविताएं सुनाईं। अवसर पर एकल विद्यालय के प्रतिदिन के स्कूली कार्यक्रम की एक झलक भी प्रस्तुत की गई जिसमें आदिवासी बच्चों को भारतीय संस्कृति पर आधारित शिक्षा, संस्कार, स्वास्थ्य, भारतीयता, देशभक्ति आदि की उम्दा प्रदर्शन आमंत्रित एकल विद्यालय के बच्चों और उनके शिक्षक द्वारा हुआ। यादगार समारोह में भुवनेश्वर, कटक और जटनी के मारवाड़ी समुुदाय के हजारों लोग के साथ-साथ रोटरी क्लब के सैकड़ों अधिकारी और सहयोगीगण आदि उपस्थित होकर आयोजन का लाभ उठाये। आयोजन को सफल बनाने में अजय अग्रवाल, लक्ष्मण महिपाल, प्रकाश भुरा, सुभाष भुरा, मनसुख सेठिया, लालचंद मोहता, नथमल जलान, बच्छराज बेताला, धीरज पटवारी, नवरत्न बोथरा, पुण्याश्लोक महंती और बासुदेव महाराणा आदि का सहयोग सराहनीय रहा।
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