नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने राष्ट्रपति के आदेश के बाद जम्मू-कश्मीर राज्य में अनुच्छेद 370 को हटा दिया है। गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को राज्यसभा में अनुच्छेद 370 को हटाने का प्रस्ताव पेश किया। अब लद्दाख को जम्मू-कश्मीर से अलग कर दिया गया है। लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया गया है, लेकिन यहां विधानसभा नहीं होगी।
गृह मंत्री अमित शाह के बयान के मुताबिक, काफी समय से वहां के लोग मांग कर रहे थे कि इसे अलग केंद्रशासित प्रदेश की मान्यता मिले। जिससे यहां के निवासी अपने लक्ष्यों को हासिल कर सकें। बता दें कि लद्दाख उत्तर में काराकोरम पर्वत और दक्षिण में हिमालय पर्वत के बीच में स्थित है। लद्दाख के उत्तर में चीन और पूर्व में तिब्बत की सीमाएं हैं। सीमावर्ती स्थिति के लिहाज से सामरिक दृष्टि से इसका बहुत महत्व है।
समुद्र तल से 9,842 फीट की ऊंचाई पर स्थित लद्दाख की राजधानी एवं प्रमुख नगर लेह है। इसके उत्तर में काराकोरम पर्वत और दर्रा है। लद्दाख की आबादी लेह और कारगिल जिलों के बीच आधे हिस्से में विभाजित है। 2011 की जनगणना के अनुसार कारगिल की कुल जनसंख्या 140,802 है। इसमें 76.87 फीसदी आबादी मुस्लिम (ज्यादातर शिया) हैं। जबकि लेह की कुल जनसंख्या 133,487 है जिसमें 66.40 फीसदी बौद्ध हैं। लद्दाख की कुल जन संख्या 2,74,289 लाख है।
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