ताज़ा ख़बर

संगोष्ठी में हुई जगन्नाथ संस्कृति प्रचार-प्रसार पर विस्तृत चर्चा

भुवनेश्वर। जयदेवभवन में भंजभारती की ओर से जगन्नाथ संस्कृति प्रचार-प्रसार विषयक संगोष्ठी आयोजित की गई। अध्यक्षता नीलाद्रिमोहन सतपथी (दूरदर्शन केन्द्र भुवनेश्वर के कार्यक्रम हेड) तथा भुवनेश्वर भंजभारती के अध्यक्ष ने की। मंचासीन रहे समारोह के मुख्यअतिथि मान्यवर न्यायमूर्ति प्रमथ पटनायक, न्यायाधीश कटक उच्च न्यायालय, सम्मानित अतिथि स्वामी जगन्नाथानंदजी महाराज, दिव्यजीवन संघ, भुवनेश्वर, डा कृष्ण केशव षाडंगी भुवनेश्वर भंजभारती के महासचिव सह संगोष्ठी के मुख्य वक्ता और प्रो सुरेन्द्र नाथ दास कार्यकारी अध्यक्ष जगन्नाथ शोध केन्द्र वीएसएसनगर भुवनेश्वर। संगोष्ठी के उद्घाटक स्वामी जगन्नाथानंदजी महाराज द्वारा भगवान जगन्नाथ की तस्वीर के समक्ष दीपप्रज्ज्वलन के साथ संगोष्ठी का आरंभ हुआ। वक्ताओं द्वारा जगन्नाथ संस्कृति के प्रचार-प्रसार हेतु अधिक से अधिक शोध कार्य करने हेतु प्रोत्साहन की बात कही गई। वहीं जगन्नाथ पंचरात्र महोत्सव ओडिशा में प्रत्येक शहर और समस्त जगन्नाथ मंदिरों में अधिक से अधिक आयोजित करने की बात कही गई। स्कन्द पुराण में वर्णित उत्कल प्रसंग में उत्कल महात्म्य आदि की विस्तृत जानकारी ओडिशावासियों के साथ समस्त जगन्नाथ भक्तों को प्रदान की जाय ऐसा प्रयास किया जाय। न्यायमूर्ति प्रमथ पटनायक ने भुवनेश्वर भंजभारती के जगन्नाथ संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए संगोष्ठी को भगवान जगन्नाथ के उनके जन्मवेदी गुण्डीचा घर में विश्राम के समय में सबसे अच्छा और पवित्र कार्य बताया। इस अवसर पर जगन्नाथ संस्कृति पर विस्तृत शोध प्रबंध प्रकाशित करने के लिए प्रो सुरेन्द्र नाथ दास को उनकी उल्लेखनीय सहयोग के लिए भंजभारती संस्कृति सम्मान 2019 से सम्मानित किया गया। मुख्यवक्ता डा कृष्ण केशव षाडंगी ने बताया कि आज जगन्नाथ संस्कृति ही ओडिया संस्कृति के रुप में ओडिशावासियों के मन में रच-बस गई है जो वास्तव में भारतीय संस्कृति का एकमात्र पर्याय है जिसमें सांस्कृतिक एकता है, विश्व शांति और मैत्री का संदेश समाहित है। अध्यक्ष नीलाद्रिमोहन सतपथी ने जगन्नाथ संस्कृति को सृष्टि के सभी सकारात्मक उर्जा का स्त्रोत बताते हुए मंचस्थ सभी विशिष्ट मेहमानों और मंच के समक्ष बैठे समस्त जगन्नाथ संस्कृति के प्रचार-प्रसार में संलग्न जिज्ञासुओं के प्रति आभार व्यक्त करते हुए यह बताया कि भुवनेश्वर भंजभारती की ओर से यह आयोजन प्रतिवर्ष होता है जिसमें जगन्नाथ संस्कृति के विभिन्न सात्विक और तात्विक पहलुओं पर सघन विचार-विमर्श होता है। उन्होंने मुख्य अतिथि के प्रति विशेष रुप से आभार व्यक्त करते हुए उन्हें एक अनन्य जगन्नाथ भक्त बताया। स्वामी जगन्नाथानन्दजी महाराज ने जगन्नाथ संस्कृति के प्रचार-प्रसार हेतु आयोजित संगोष्ठी को जगन्नाथ संस्कृति के प्रचार-प्रसार की दिशा में एक शुभ संकेत बताया। इस अवसर पर जगन्नाथ भजन संध्या का भी आयोजन हुआ। अंत में संस्था के उपाध्यक्ष श्री मिलन कुमार साहु ने आभार व्यक्त किया जबकि मंचसंचालन डा मृत्युंजय रथ ने किया। आयोजन को सफल बनाने में मीडिया प्रभारी श्री प्राणबंधु बेहरा समेत अन्य का सहयोग प्रशंसनीय रहा। ---
  • Blogger Comments
  • Facebook Comments

0 comments:

Post a Comment

आपकी प्रतिक्रियाएँ क्रांति की पहल हैं, इसलिए अपनी प्रतिक्रियाएँ ज़रूर व्यक्त करें।

Item Reviewed: संगोष्ठी में हुई जगन्नाथ संस्कृति प्रचार-प्रसार पर विस्तृत चर्चा Rating: 5 Reviewed By: newsforall.in