नि:स्वार्थ समाजसेवा व शिक्षादान ने बढ़ाया अच्युत का मान
नई दिल्ली। लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान 2020 ओलंपिक खेलों की तैयारी से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए बीजेपी सांसद एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री राजीव प्रताप रुढ़ी ने बीजेडी सांसद प्रो अच्युत सामंत के नि:स्वार्थ जनहित और आदिवासी बच्चों के सर्वांगीण विकास के जुड़े कार्यों की सराहना की। सामंत ने ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में 1992-93 में अपनी कुल जमा पूंजी मात्र पांच हजार रुपये की लागत से कीस की स्थापना कर उसे विश्व का सबसे बड़ा आदिवासी आवासीय विद्यालय बना दिया। आज कलिंग इंस्टीट्यूट आफ सोस्शल साइंसेज (कीस) में कुल 25 हजार से भी अधिक अनाथ, बेसहारे, जीवन के विकास से वंचित आदिवासी बच्चे नि:शुल्क केजी से लेकर पीजी कक्षा तक उत्कृष्ट शिक्षा पा रहे हैं। सांसद रुढ़ी ने बताया कि सांसद अच्युत सामंत एक अच्छे, नेक और चरित्रवान व्यक्तित्व हैं जिन्होंने कीस में पिछले तीन वर्षों से लगभग दस हजार विभिन्न खेल प्रेमी मेधावी आदिवासी खिलाड़ियों को नि:शुल्क प्रशिक्षण आदि अपनी ओर से उपलब्ध कराकर उन्हें अन्तर्राष्टीय स्तर के खिलाड़ी तैयार करने में सहयोग किया है। लोकसभा में उपस्थित सांसदों ने तालियां बजाकर सांसद राजीव प्रताप रुढ़ी के विचारों का स्वागत किया। सांसद अपने वक्तव्य के उपरांत सांसद अच्युत सामंत की कुर्सी के पास जाकर उनको बधाई दी। दोनों सांसदों ने एक-दूसरे से गले से गले मिलकर अपनी आत्मीयता का इजहार किया। गौरतलब है कि केन्द्रीय मंत्री के रुप में सांसद राजीव प्रताप रुढ़ी ओडिशा,भुवनेश्वर स्थित विश्व के सबसे बड़े आदिवासी आवासीय विद्यालय कीस का स्वयं दौराकर कीस प्रबंधन,वहां की उत्कृष्ट तालीम और संस्थापक प्रो अच्युत सामंत के नि:स्वार्थ समाजसेवी कार्यों की सराहना की थी। प्रस्तुति: अशोक पाण्डेय
- Blogger Comments
- Facebook Comments
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
0 comments:
Post a Comment
आपकी प्रतिक्रियाएँ क्रांति की पहल हैं, इसलिए अपनी प्रतिक्रियाएँ ज़रूर व्यक्त करें।