चेक बाउंस केस में दोषी बॉलीवुड अभिनेता राजपाल यादव पर कड़कड़डूमा कोर्ट ने 1.60 करोड़ रु. प्रति मामला जुर्माना लगाया है, 6 महीने कैद की सजा सुनाई है। अदालत ने बॉलीवुड अभिनेता राजपाल यादव की पत्नी राधा पर भी 10 लाख रुपये प्रति केस जुर्माना लगाया है। दोनों को चेक बाउंस से जुड़े सात मामलों में यह सजा सुनाई गई है। इस तरह उन्हें लगभग 11.20 करोड़ रु. बतौर जुर्माना चुकाना होगा। हालांकि सजा सुनाए जाने के तुरंत बाद ही उन्हें जमानत मिल गई। राजपाल ने कहा, "मैं कोर्ट के फैसले का सम्मान करता हूं, और हायर कोर्ट में अपील करूंगा।" राजपाल यादव को जमानत मिलने से उनके समर्थक व फैंस में खुशी की लहर देखी जा रही है। कोर्ट ने पिछले हफ्ते ही राजपाल यादव और उनकी पत्नी राधा यादव को कर्ज के मामले में दोषी पाया था और आज सजा का ऐलान किया गया।
राजपाल यादव ने 2010 में फिल्म 'अता पता लापता' के लिए 5 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था, कर्ज अदायगी के लिए जो चेक दिए थे वो बाउंस हो गए थे जिसके बाद मामला अदालत में चला, और अदालत ने राजपाल को दोषी करार दिया था। राजपाल यादव ने 3 से 6 दिसंबर 2013 तक जेल में चार दिन काटे थे, जिसके बाद दिल्ली हाई कोर्ट की खंडपीठ ने उनकी अपील पर सजा निलंबित कर दी थी। राजपाल यादव मशहूर कॉमेडियन हैं और उन्होंने 'भूलभुलैया' और 'चुपके चुपके' जैसी फिल्मों में अपनी कॉमेडी के जौहर दिखा चुके हैं।
बहुमुखी प्रतिभा के धनी कलाकार हैं राजपाल यादव
20 अप्रैल, 2018 को कड़कड़डूमा कोर्ट ने राजपाल यादव व उनकी पत्नी राधा राजपाल यादव और उनकी कंपनी को चेक बाउंस के सात मामलों में दोषी करार दिया था। कोर्ट ने कहा जब आरोपितों ने खुद इस बात को कबूल किया है कि संबंधित चेक उनके खाते से जुड़े हैं और हस्ताक्षर भी उन्हीं के है, तो शिकायकर्ता को चेक बाउंस का केस करने का अधिकार मिल गया। कोर्ट ने कहा कि शिकायतकर्ता ने आरोपितों को पैसा उधार दिया था, न कि निवेश के लिए दिया था। शिकायतकर्ता के वकील एसके शर्मा ने राजपाल यादव को कड़ी सजा देने की मांग की थी। राजपाल यादव बहुमुखी प्रतिभा के धनी कलाकार हैं। देश-दुनिया में उनके फैंस की संख्या करोड़ों में हैं। जमानत मिलने के बाद वहां मौजूद मीडिया के सवालों पर राजपाल यादव ने कहा कि वह कोर्ट के इस फैसले का सम्मान करते हैं। साथ ही उन्होंने जोड़ा कि निचली कोर्ट के फैसले के खिलाफ ऊपरी कोर्ट का रुख करेंगे। बता दें कि राजपाल यादव और उनकी पत्नी राधा राजपाल यादव और उनकी कंपनी के खिलाफ चेक बाउंस के सात मामलों में सोमवार को कड़कड़डूमा कोर्ट ने फैसला सुनाया है। फैसले के मुताबिक, कुल सात चेक बाउंस हुए हैं। ऐसे में प्रति चेक 1.6 करोड़ रुपये का हर्जाना भी देने का भी निर्देश कोर्ट ने दिया है। इससे पहले 20 अप्रैल को हुई सुनवाई में दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट के अतिरिक्त मुख्य न्यायाधीश अमित अरोड़ा ने फिल्म बनाने के नाम पर पांच करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में उन्हें दोषी करार दिया था। अप्रैल 2010 में लक्ष्मी नगर स्थित मुरली प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड ने सात चेक बाउंस की शिकायत प्रीत विहार थाने में दर्ज करवाई थी। शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में कहा था कि राजपाल यादव ने "अता पता लापता' एक फिल्म बनाई थी। फिल्म के लिए उन्होंने करोबारी से पांच करोड़ रुपये उधार लिए थे। 2 नवंबर 2012 को राजपाल की फिल्म भी रिलीज हो गई, लेकिन फिर भी उन्होंने उधार लिए पैसे नहीं चुकाए। इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश होने के लिए कई समन भेजे गए, लेकिन वह एक बार भी कोर्ट नहीं पहुंचे। इसके साथ ही राजपाल के वकील ने भी कोर्ट में गलत हलफनामा पेश किया था। इस कारण कोर्ट उनसे काफी नाराज भी हुआ था। इसी मामले को लेकर दिल्ली उच्च न्यायालय ने 2013 में राजपाल यादव को दस दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था।
बेहद खास हैं राजपाल यादव
राजपाल यादव हिन्दी फिल्मों के हास्य अभिनेता हैं जो कि हिन्दी सिनेमा में अपने काॅमिक रोल्स केे कारण जाने जाते हैं। वे अपनी काॅमिक टाइमिंग की वजह से बाॅलीवुड में खासे मशहूर हैं। वे हिन्दी फिल्मों के बेहतरीन हास्य कलाकारों में से एक हैं। राजपाल यादव का जन्म उ.प्र. के लखनउ के पास स्थित जिला शाहजहांपुर में हुआ था। उनकी स्कूली पढ़ाई शाहजहांपुर से ही हुई थी। वे शाहजहांपुर थियेटर से जुड़ हुए थे जहां पर उन्होंने कई नाटक किए। इसके बाद 1992-94 के दौरान वे लखनउ के भारतेंदु नाट्य एकेडमी में थियेटर ट्रेनिंग के लिए आ गए। वहां दो साल का कोर्स करने के बाद 1994-97 के दौरान वे दिल्ली के नेशनल स्कूल आॅफ ड्रामा चले गए। इसके बाद वे 1997 में भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में अपना करियर बनाने के लिए मुंबई आ गए। राजपाल की शादी राधा यादव से हुई है। उन्होंने दूरदर्शन के टेलीविजन सीरियल मुंगेरी के भाई नौरंगीलाल में अभिनय किया। यह दूरदर्शन पर ही प्रसारित होने वाले सीरियल मुंगेरीलाल के हसीन सपने का ही सीक्वेल था। वे निगेटिव रोल्स करने में सफल हुए लेकिन बाद में उन्होंने काॅमेडी रोल्स को ज्यादा तवज्जो दी जैसा कि उन्होंने प्यार तूने क्या किया में अभिनय किया था और इसके बाद वे हिन्दी फिल्मों के मुख्य हास्य कलाकार बन गए। हंगामा, वक्तःद रेस अंगेस्ट टाइम, चुप चुप के, गरम मसाला, फिर हेराफेरी, ढोल जैसी फिल्मों में उन्होंने दर्शकों को खूब लोटपोट किया। काॅमेडी फिल्मों के अलावा उन्होंने कई फिल्मों में अग्रणी अभिनेता के तौर पर कैरेक्टर रोल्स भी किए जैसे मैं माधुरी दीक्षित बनना चाहती हूं, लेडीज टेलर, रामा रामा क्या है ड्रामा, हेलो!हम लल्लन बोल रहे हैं, कुश्ती, मिर्च, मैं, मेरी पत्नी और वो आदि। फिल्म जंगल में निभाए गए उनके निगेटिव रोल के लिए उन्होंने सैन्सुई स्क्रीन बेस्ट एक्टर अवार्ड जीतने के साथ साथ स्क्रीन के बेस्ट एक्टर अवार्ड के लिए भी उन्हें नामांकित किया गया। मैं माधुरी दीक्षित बनना चाहती हूं के लिए उन्हें यश भारती अवार्ड से भी नवाजा जा चुका है। उन्हें जनपद रत्न अवार्ड से भेी सम्मानित किया जा चुका है।
प्रस्तुतिः राजीव रंजन तिवारी
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