नई दिल्ली। कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने गुरुवार को कहा कि जिस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया को भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित कर रहे थे, उसी दिन अहमदाबाद में हिंदी फिल्म 'पद्मावत' के विरोध में उपद्रवी भीड़ हिंसा फैला रही थी। चिदंबरम ने अपने सिलसिलेवार ट्वीट्स में कहा, "जब प्रधानमंत्री वैश्विक व्यापारियों को भारत मं् निवेश के लिए आमंत्रित कर रहे थे, उस समय अहमदाबाद में उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे।" उन्होंने सरकार पर गुजरात के अहमदाबाद में मंगलवार रात भड़की हिंसा को लेकर निशाना साधा जिसमें संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावत' के विरोधियों ने अहमदाबाद में मॉल्स और थियेटर को निशाना बनाया था।
चिदंबरम यहीं नहीं रुके। उन्होंने इसका भी उल्लेख किया कि जिस दिन पीएम मोदी ने दावोस में भाषण दिया, उसी दिन यूपी पुलिस 6 युवा जोड़ों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। उन्होंने आगे याद दिलाया कि केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर उसी दिन डार्विन के सिद्धांत को गलत बताने वाले अपने विभाग के राज्य मंत्री सत्यपाल सिंह को खरी-खोटी सुना रहे थे। चिदंबरम ने यह भी कहा कि उसी दिन सुप्रीम कोर्ट ने केरल के कथित लव जिहाद मामले में यह कहा कि एनआईए को हदिया की शादी की जांच करने से रोक दिया। इन ट्वीट्स में कही बातों के जरिये चिदंबरम ने यह इशारा किया कि देश में जब लोकतंत्र, सुरक्षा, ज्ञान और आजादी पर लगातार हमले हो रहे हैं, वैसी स्थिति में प्रधानमंत्री किस आधार पर निवेश की उम्मीद या अपील कर रहे हैं? साभार नवजीवन
राजीव रंजन तिवारी (संपर्कः 8922002003)
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