नई दिल्ली। देश के 69वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजपथ पर न केवल भारत की सैन्य ताकत दिखी बल्कि सांस्कृतिक विविधता भी देखने को मिली। इस मौके पर कई ऐसी बातें हुईं जो इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गईं । इस बार के गणतंत्र दिवस में पहली बार 10 आसियान देशों के प्रमुख समारोह के मेहमान बने। कई नई झांकियों और करतब से राजपथ गुलजार हुआ। ऐसे में कई मायने में 69वां गणतंत्र दिवस समारोह ऐतिहासिक रहा। गणतंत्र दिवस समारोह में आमतौर पर एक ही मेहमान को बुलाने की परंपरा रही है। कई बार दो मेहमान भी आए हैं, लेकिन ऐसा पहली बार रहा जब 10 देशों के राष्ट्राध्यक्ष देश के मेहमान बने। इसके अलावा बॉर्डर सिक्यॉरिटी फोर्स (बीएसएफ) की महिलाकर्मियों ने परेड के दौरान मोटरसाइकल से करतब दिखाया। बीएसएफ के 'सीमा भवानी' दस्ते के मोटरसाइकल करतब को देख लोगों ने दांतों तले अंगुली दबा ली।
इसके अलावा इस बार के परेड में ऑल इंडिया रेडियो की भी झांकी सबके आकर्षण का प्रमुख केंद्र रही है। इस झांकी में पीएम नरेंद्र मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रमों को भी प्रदर्शित किया गया। परेड में आयकर विभाग की भी झांकी शामिल हुई। नौसेना की झांकी में स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर विक्रांत का प्रदर्शन किया गया। इसे 2020 में नेवी में शामिल होना है। इसके अलावा पहली बार डीआरडीओ की ओर से 'निर्भय' मिसाइल और अश्विनी रेडार सिस्टम का भी प्रदर्शन किया गया। परेड में केंद्र सरकार की ओर से देश के विभिन्न हिस्सों से गणतंत्र दिवस की परेड देखने के लिए 61 आदिवासी मेहमानों को आमंत्रित किया गया था। साभार एनबीटी
राजीव रंजन तिवारी (संपर्कः 8922002003)
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