नई दिल्ली (कार्तिकेय तिवारी)। प्रख्यात साहित्यकार मनु शर्मा को उनकी जीवनी 'फेरीवाला रचनाकार' के जरिए इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र में उनके साहित्यिक योगदान को याद किया गया। कार्यक्रम का आयोजन इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र ने किया था जिसका थीम था ' यादों में मनु शर्मा'। कार्यक्रम की शुरुआत मनु शर्मा को पुष्प अर्पित करके हुआ। उसके बाद उन पर बनी डाक्यूमेट्री को दिखाया गया। उसमें मनु शर्मा के जन्मकाल से लेकर महापरायण तक की यात्रा को समेटा गया।
उनके बारे अपना विचार रखते हुए केंद्रीय संस्कृति मंत्री डा.महेश शर्मा ने कहा कि जिसके भी मन में अंहकार का अंश दंश है उसे मनु शर्मा से सीखना चाहिए। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष रामबहादुर राय ने कहा कि मनु शर्मा ने वही बात कही है जो कभी नानक और महात्मा बुद्ध ने कही थी'। उन्होंने कहा कि शिष्य वही है जो खुद को गुरु पर समर्पित कर दे। वरिष्ठ पत्रकार अच्युतानंद मिश्र ने कहा कि उनकी लेखनी आत्मकथा शैली की है। काशी उनका प्रिय स्थान था और कृष्ण उनके आराध्य। अपने पिता को याद करते हुए हेमंत शर्मा ने कहा कि उन्हे भाषाई संस्कार अखबार से मिले। ‘फेरीवाला रचनाकार’ के लेखक संदीप देव ने भी अपने अनुभव साझा किए। इस कार्यक्रम में मलीनी अवस्थी, वरिष्ठ पत्रकार राहुल देव, समाजवादी नेता राजनाथ शर्मा, पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर के राजनीतिक सलाहकार एचन शर्मा, पूर्व पुलिस महानिदेशक आरएन.सिंह सरीखे कई गणमान्य लोगों मौजूद थे।
- Blogger Comments
- Facebook Comments
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
0 comments:
Post a Comment
आपकी प्रतिक्रियाएँ क्रांति की पहल हैं, इसलिए अपनी प्रतिक्रियाएँ ज़रूर व्यक्त करें।