मुम्बई। महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने एक बार फिर उस पर निशाना साधा है। इस बार शिवसेना ने भारतीय जनता पार्टी को ‘भ्रष्टाचारी’ बताया है। शिवसेना ने बुधवार को ‘घोटालेबाज भाजपा’ नाम से अपने कार्यकर्ताओं को एक बुकलेट बांटी है। वहीं दूसरी ओर गुरुवार को शिवसेना प्रमुख अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की है, जिससे राजनीतिक गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। इस मुलाकात में उद्धव के साथ उनके बेटे आदित्य ठाकरे भी मौजूद थे। बता दें, शिवसेना और बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) दोनों की नोटबंदी समेत कई ज्वलंत मुद्दों पर भाजपा और केन्द्र की मोदी सरकार के साथ अनबन रही है। नोटबंदी के मुद्दे को लेकर भाजपा को घेरने के प्रयास में शिवसेना भी तृणमूल कांग्रेस के साथ आ गयी थी। ठाकरे ने पिछले वर्ष नवम्बर में पत्रकारों से कहा था कि यदि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शरद पवार (एनसीपी प्रमुख) के साथ बैठक करने में कुछ गलत नहीं है तो शिवसेना यदि एक महत्वपूर्ण मुद्दे पर बनर्जी के साथ बात करती है तो उसमें भी कुछ गलत नहीं होना चाहिए।
बुधवार को उद्धव ठाकरे ने शिवसेना के कार्यकर्ताओं से कहा कि वे जल्द ही चुनाव के लिए तैयार रहें। बुधवार को बांटी गई बुकलेट में दर्जनों ‘घाटाओं’ को जिक्र है, जो मौजूदा भाजपा नेतृत्व वाली सरकार के दौरान हुए हैं। इस बुकलेट में भाजपा मंत्रियों के नाम और घोटालों की राशि का भी जिक्र किया गया है। ठाकरे ने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में कहा कि इस बुकलेट में दी गई जानकारी मौजूदा भाजपा सरकार के घोटालाओं को उजागर करने में करें। साथ ही बुकलेट में कहा गया है कि पिछले कुछ वर्षों में स्टेट एंटी करप्शन ब्यूरो में भ्रष्टाचार के मामलों की संख्या बढ़ी है। कहा गया है, ‘राज्य के 40 में से 30 विभागों (जिन्हें भाजपा के मंत्री संभाल रहे हैं) के खिलाफ सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार के मामले सामने आए हैं। गृह और राजस्व विभाग के खिलाफ सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार की शिकायतें मिली हैं।’ साथ ही गया है कि शिवसेना नेतृत्व वाली बीएमसी ने जिन कंपनियों को ब्लैकलिस्ट कर रखा है, उन्हें भाजपा सरकार टेंडर दे रही है। साभार जनसत्ता
राजीव रंजन तिवारी (संपर्कः 8922002003)
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