चेन्नई। तमिल सुपरस्टार कमल हासन ने अपने 63वें जन्मदिन पर राजनीति में कदम रख दिए. उन्होंने अपना एक ऐप भी लॉन्च किया है. कमल हासन कभी अपने बयानों तो कभी राजनीतिक पार्टी के लॉन्च को लेकर पिछले कई दिनों से चर्चा में बने हुए हैं. उन्होंने हाल ही में 'हिंदू आतंकवाद' पर एक लेख लिखा जिसके चलते काफी विवाद हो गया था. कमल हासन ने अब जन्मदिन न मनाने की घोषणा भी की थी. उन्होंने अपना जन्मदिन बाढ़ प्रभावित इलाके में बिताया. आज कमल हासन ने एक ऐप लॉन्च किया, जिसका नाम है 'मय्यम व्हिसल'. इसका मतलब है 'सेंटर (केंद्र) व्हिसल'.
कमल हासन ने कहा कि लोग पूछते हैं कि वो लेफ्ट जाएंगे या राइट. लेकिन, वह सेंटर में रहना पसंद करेंगे. इसलिए ऐप का नाम 'मय्यम' रखा. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ़ एक ऐप नहीं है यह लोगों से जुड़ने का एक खुला मंच है. यह एक तरह का व्हिसलब्लोअर प्लेटफॉर्म है जो कुछ भी गलत या अन्याय होने पर इस्तेमाल होगा. इससे पहले कमल हासन ने कहा था कि यह ऐप उनका राजनीति में शुरुआत का पहला कदम होगा. उन्हें पूरी उम्मीद है कि पहले की उनकी कल्याणकारी गतिविधियों की तरह लोग अब भी योगदान देंगे. यह मोबाइल ऐप उन्हें उनके फैंस से जोड़ेगा और अगर फैंस मदद करते हैं तो फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन को ट्रैक भी करेगा. कमल हासन ने जन्मदिन न मनाने की घोषणा क्यों की, इसकी वजह उन्होंने तमिलनाडु में बाढ़ और बारिश के चलते लोगों की परेशानी को बताया. हालांकि, फैंस के दुख जताने के बाद उन्होंने लोगों की शुभकामनाओं पर धन्यवाद के लिए ट्वीट भी किया. कमल हासन चेन्नई में बाढ़ प्रभावित इलाके पल्लीकारानाई का दौरा कर रहे हैं. इस दौरान वह इस प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों से मिले. हालांकि, उन्होंने ये साफ़ किया कि उनके इस दौरे का राजनीति से कोई संबंध नहीं है.
हाल ही में कमल हासन ने 'हिंदू आतंकवाद' को लेकर एक तमिल अखबार में लेख लिखा था. उन्होंने लिखा कि हिंदू आतंकवाद आज के समय में सच्चाई बन चुका है. इसके बाद कमल हासन विवादों में छा गए थे. कई हिंदू संगठनों ने इस बयान पर आपत्ति जताई थी और कहा था कि उन्हें गोली मार देने चाहिए. इस दौरान उनके राजनीति में आने की खबरें भी सामने आने लगी थीं. तब कमल हासन ने 5 नवंबर को इस कयासों पर मुहर लगा दी. अपने फैन और वेलफेयर क्लब के 39वें स्थापना दिवस पर आयोजित एक समारोह में कमल हासन ने राजनीतिक पार्टी बनाने की घोषणा कर दी थी. कमल हासन सिर्फ तमिल फ़िल्मों के लिए ही नहीं हिंदी फ़िल्मों में भी अपने बेहतरीन किरदारों के लिए जाने जाते हैं. कमल हासन को तीन राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं. उन्हें साल 1990 में पद्म श्री और 2014 में पद्म भूषण से भी नवाज़ा जा चुका है. उनका 5 भाषाओं में 19 फ़िल्मफेयर अवॉर्ड मिलने का रिकॉर्ड है. साल 2000 में आखिरी बार अवॉर्ड लेने के बाद उन्होंने और अवॉर्ड न देने का अनुरोध किया था. साभार बीबीसी
राजीव रंजन तिवारी (संपर्कः 8922002003)
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