इंदौर। भारतीय संस्कृति में ध्यान का महत्व सदैव रहा है। ऋषि मुनियो के साथ राजा प्रजा सभी ध्यान के माध्यम से जीवन को सहज बनाते थे लेकिन पाश्चात्य सभ्यता के अंधानुकरण में हमने अपनी इस गौरवशाली परम्परा को पीछे दिया। लेकिन आज पूरा विश्व तनाव , दुःख टेंशन से ग्रस्त होकर भारत की ध्यान पद्धति को अपना रहा है। कैफ़े भड़ास पर आपके व्यक्तित्व के बेहतर विकास व संतुलन के लिए मैडिटेशन की सुविधा आरम्भ की गई शांत,स्वच्छ और सफ़ेद चादर युक्त भारतीय बैठक व्यवस्था में आपके लिए ध्यान करना आसान होगा। ध्यान से प्राप्त सकारात्मक उर्जा से जीवन में कई लाभ है कैफ़े भड़ास पर ध्यान करने के लिए शांत माहौल है मंच के साथ ध्यान करना चाहते हैं या स्वास की गति पर ध्यान केन्द्रित करना है यह आपकी मर्जी।
कैफ़े भड़ास के अतुल मलिकराम का कहना है की आज की तनाव पूर्ण जिन्दगी में सहजता के लिए मैडिटेशन जरुरी है ध्यान से मन को भटकने से रोकने के लिए स्वास पर ध्यान दिया जाता है अथवा मंत्र पर मन को एकाग्र करने की कोशिस की जाती है अक्सर लोग समय का बहाना बनाकर टालते रहते है | हमने कैफ़े पर मैडिटेशन की सुविधा आरम्भ की है ताकि आप जब भी कैफ़े पर थोड़ी देर ध्यान करे और जब आपको फ़र्क महसूस होगा तो आप स्वयं नियमित रूप से ध्यान करने लगे। ध्यान की प्रवृति बढाने के लिए ही हमने कैफ़े पर इसे आरम्भ किया है ध्यान से बिना किसी शर्त के मानसिक शांति व ख़ुशी मिलती है।
मैडिटेशन से दिमाग शांत रहता है एकाग्रता बढती है विचारों में स्पष्टता आती है, आत्मशक्ति व अंतउर्जा में वृद्धि होती है क्रोध भी कम होता है और व्यक्ति रिलेक्स महसूस करता करता है। यदि आप किसी को क्षमा नहीं कर पा रहे तो मैडिटेशन आपके व्यक्तित्व को इतना सहज बनाता है की आप आसानी से क्षमा कर सकेगे। इसके साथ ही आपके संपर्क में आने वाले लोग जैसे हैं, उन्हें उसी तरह स्वीकार कर सकेगे इससे रिश्तों में सुधार आएगा कुल मिलाकर कहे तो ध्यान एक ऐसी जादुई चाबी है जो आपको पूरी तरह सकारात्मक व्यक्तित्व में ढाल सकता है। ध्यान वर्णन को नहीं महसूस करने को किया है पर हो सकता है की शुरू में आपका मन केन्द्रित नहीं हो सके पर निराश होकर उसे बीच में मत छोड़ दें धीरे धीरे अभ्यास से सीख जायेगे तो सोचिये मत और कुछ बहाना भी मत बनाइये बस मैडिटेशन से जुड़ जाये। कैफ़े भड़ास में आपके लिए ध्यान की विशेष सुविधा का उपयोग करके इसे आप अपने जीवन की नियमित आदत बना लीजिये।
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