नई दिल्ली। मध्यप्रदेश के सतना जिले के चित्रकूट विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने अपनी सीट बरकरार रखी है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पार्टी की इस जीत को बदलाव का एक संकेत कहा है और लोगों की पार्टी में निष्ठा के लिए धन्यवाद जताया। सुरजेवाला ने ट्वीट किया कि हवा में बदलाव की बयार है। कांग्रेस पार्टी में विश्वास और निष्ठा जताने के लिए चित्रकूट के लोगों को बहुत-बहुत धन्यवाद।
कांग्रेस उम्मीदवार नीलांशु चतुवेर्दी 19 चक्र की गणना के बाद रविवार को मध्यप्रदेश के चित्रकूट निवार्चन क्षेत्र से निवार्चित घोषित किए गए। नीलांशु ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार शंकर दयाल त्रिपाठी को 14,133 वोटों से हराया। मतगणना सुबह आठ बजे शुरू हुई थी। इस सीट के लिए मतदान नौ नवंबर को हुए थे। यह सीट कांग्रेस विधायक प्रेम सिंह के निधन के कारण खाली हुई थी। इस सीट से चुनाव मैदान में 12 उम्मीदवार भाग्य आजमा रहे थे, जिसमें नौ निर्दलीय थे। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और मध्यप्रदेश भाजपा के प्रमुख नंदकुमार चौहान ने पार्टी उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार किया था।
64 जनसभाओं के बाद भी शिवराज को मिली हार
भोपाल से बीबीसी हिंदी डॉटकॉम के लिए शुरैह नियाज़ी ने लिखा है कि मध्य प्रदेश में सतना ज़िले के चित्रकूट विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को 14133 मतों से हरा दिया है. कांग्रेस प्रत्याशी नीलांशु चतुर्वेदी ने बीजेपी के शंकरलाल त्रिपाठी को शिकस्त दी है. इससे पहले भी चित्रकूट विधानसभा सीट कांग्रेस के ही पास थी. कांग्रेस विधायक प्रेम सिंह की मौत के बाद यहां उपचुनाव कराया गया. चित्रकूट कांग्रेस की परांपरागत सीट है, लेकिन इसे सत्तारूढ़ दल की बड़ी हार के तौर पर देखा जा रहा है. कांग्रेस पहले राउंड में बीजेपी से पिछड़ गई थी, लेकिन बाद में वो आख़िर तक आगे रही. इस उपचुनाव में बीजेपी ने कांग्रेस के गढ़ में शिकस्त देने के लिए एड़ी-चोटी का ज़ोर लगा दिया था. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यहां एक रात एक आदिवासी के घर पर गुज़ारी थी. उस रात के लिए प्रशासन ने घर पर हर तरह के इंतज़ाम किए थे और दूसरे दिन सारे सामान वापस ले लिए थे. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने क्षेत्र में तीन दिन प्रचार में दिए. उन्होंने क्षेत्र में 64 सभाएं और रोड शो किए. वहीं सरकार के 12 मंत्री और संगठन के नेताओं ने भी जीत के लिए पूरी कोशिश की. चुनाव विशेलषकों का मानना है कि चित्रकूट में स्थानीय मुद्दे ही हावी रहे. नोटबंदी और जीएसटी का असर न के बराबर था. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने परिणाम के बाद ट्विटर पर कहा, "चित्रकूट उपचुनाव में जनता के निर्णय को शिरोधार्य करता हूं. जनमत ही लोकतंत्र का असली आधार है. जनता के सहयोग के लिए आभार व्यक्त करता हूं. चित्रकूट के विकास में किसी तरह की कमी नही होगी." उत्तर प्रदेश से लगे चित्रकूट में जीत बीजेपी के लिए झटका है. पार्टी ने उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मोर्या को भी प्रचार के लिए लाया था. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार चौहान ने कहा, "प्रदेश में कांग्रेस की कुछ परंपरागत सीटें है, जहां से वह जीतती है और आगे भी जीतेगी. चित्रकूट के नतीजों का 2018 के चुनाव में कोई असर नही पड़ेगा." वही नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने पार्टी की जीत के बाद कहा कि कांग्रेस की जीत कार्यकर्ताओं की जीत है. उन्होंने कहा, "चित्रकूट की जनता ने कांग्रेस पर जो भरोसा व्यक्त किया है उसे इस क्षेत्र का सर्वांगीण विकास करके पूरा किया जाएगा." साभार बीबीसी
राजीव रंजन तिवारी (संपर्कः 8922002003)
0 comments:
Post a Comment
आपकी प्रतिक्रियाएँ क्रांति की पहल हैं, इसलिए अपनी प्रतिक्रियाएँ ज़रूर व्यक्त करें।