नई दिल्ली। नोटबंदी,जीएसटी और भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी ने कई बार कटघरे में खड़ा किया है। अब एक बार फिर अटल सरकार में मंत्री रहे अरुण शौरी ने बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लिया और विपक्ष को बीजेपी से जीतने का मंत्र भी दिया।
बीजेपी नेता अरुण शौरी ने कहा कि अगर विपक्षी दलों को चुनावों में बीजेपी को हराना है तो उन्हें एकजुट होना होगा। उन्होंने कहा कि विपक्ष को बीजेपी के खिलाफ सयुंक्त उम्मीदवार उतारना चाहिए, जिससे मुकाबला दो लोगों के बीच में रहे। उन्होंने कहा, ‘‘जैसा कि इस्लामी चरमपंथ में होता है, अगर कोई प्रवचन दे रहा है तो कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन जब वे हथियार उठाकर जमीन पर कब्जा कर लेते हैं तो यह असल समस्या बन जाती है। आपको उन्हें सैन्य तरीके से हराना होगा।’’ शौरी ने कहा, ‘‘विपक्ष और अन्य पार्टी के नेताओं को एक संकल्प लेना चाहिए कि बीजेपी के उम्मीदवार के खिलाफ केवल एक उम्मीदवार उतारेंगे।’’ इससे पहले भी बीजेपी नेता एक-दूसरे पर कई मुद्दों को लेकर आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी नोटबंदी और जीएसटी को लेकर अपनी ही पार्टी पर कई बार निशाना साध चुके हैं। 4 अक्टूबर को अरुण शौरी ने “नोटबंदी को मनी लांड्रिंग स्कैम बताया था और कहा था कि ‘‘इसके जरिए बड़े पैमाने पर ब्लैक मनी को व्हाइट किया गया है।’’ अरुण शौरी ने जीएसटी लागू करने को नासमझी में लिया गया फैसला करार देते हुए कहा था, ‘‘इसमें बड़ी त्रुटियां हैं। यही कारण है कि सरकार को कई बार इसके नियमों में बदलाव करना पड़ा। जीएसटी से कारोबार पर संकट आया है और लोगों की आमदनी घटी है।” साभार नवजीवन
राजीव रंजन तिवारी (संपर्कः 8922002003)
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