नई दिल्ली। रोमानिया में भारत जैसी कमर्शियल फिल्मे ज्यादा नहीं बनती वहां ज्यादातर आर्ट फिल्मे बनती है जोकि कल्पनाओ से दूर और सच्चाई की तरफ उनका रुख ज्यादा होता है लेकिन हम हॉलीवुड और बॉलीवुड की फिल्मो में इन्वेस्ट करते है, मैं चाहता हूँ की जल्द ही यहाँ के छात्र भी रोमानिया आकर फिल्मे बनाए यह कहना था भारत में रोमानिया के राजदूत रादू ऑक्टावियन डोबरे का जो 10वें ग्लोबल फिल्म फेस्टिवल नॉएडा के उद्घाटन समारोह में पहुंचे। इस अवसर पर मारवाह स्टूडियो के निदेशक संदीप मारवाह के साथ साउथ इंडियन एक्टर गौरी मुंजाल, फिल्ममेकर शैफाली भूषण, फिल्ममेकर केतन आनंद, ऑस्ट्रेलियन डिज़ाइनर डोनाल्ड एच ग्रीन, सुप्रीम कोर्ट जज और फिल्ममेकर अनूप बॉस और हेन्ना एनजी ने इस समारोह की भव्य शुरुआत की। संदीप मारवाह ने कहा की पैशन से बड़ा कुछ नहीं होता इसीलिए आज हम सभी इस प्लेटफार्म पर है मैं अपने छात्रों को शिक्षा से इतना समृद्ध करना चाहता हूँ की उनके अंदर टैलेंट कूट कूट के भर जाए और वो अपने क्षेत्र में किसी से काम न रहे। गौरी मुंजाल ने कहा की मैं अपने आस पास आज फिल्म मास्टर्स को महसूस कर रही हूँ, कला की कोई बॉउंड्री, लिमिट नहीं होती। आप सब एक ऐसी जगह पर है जहाँ से सीधे ही फिल्म इंडस्ट्री का रास्ता जाता है। केतन आनंद ने कहा आज में यहाँ सिर्फ अपने पिता चेतन आनंद को रिप्रेजेंट कर रहा हूँ, मैं फिल्म सिटी पहली बार आया हूँ और आते ही मैंने बस यही सोचा की यहाँ एक फिल्म अब बन ही जानी चाहिए। शैफाली भूषण ने कहा की इस तरह के फेस्टिवल ऑडियंस, फिल्म मेकर को एक अच्छा प्लेटफार्म देते है और इससे हम सबके विचारो में भी चेतना आती है। डोनाल्ड ने कहा की मुझे इस कैम्प्स में क्रिएटिव एनवायरनमेंट मिला, मैं आर्ट से जुड़ा हूँ इसलिए फेस्टिवल से जुड़ा महसूस कर रहा हूँ। इस अवसर पर वंदना सिंह की पेंटिंग प्रदर्शनी, चेतन आनंद की कई फिल्मे, वर्कशॉप और कई सांस्कृतिक कार्यकर्मो का भी आयोजन किया गया।
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