कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश सशक्त बन रहा है और राम-राज्य की परिकल्पना को हम साकार करेंगे, अयोध्या विवाद पर भी जल्द ख़त्म हो जाएगी आशंका
अयोध्या। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ छोटी दिवाली के मौके पर अयोध्या पहुंचे. सीएम योगी ने यहां सरयू किनारे रामकथा पार्क में अपने भाषण में राम राज्य की नई परिभाषा बताते हुए कहा कि जिसमें किसी के साथ भेदभाव नहीं है वही राम राज्य है. इसके साथ ही योगी ने पिछली सरकार पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि वो रावण-राज्य था जहां चेहरे, जाति के आधार पर भेदभाव होता था. पिछले सरकार बिजली देने में भेदभाव करती थी, लेकिन आज बिना भेदभाव के विकास कार्य करना ही राम राज्य है.
योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश सशक्त बन रहा है, राम-राज्य की परिकल्पना को हम साकार करेंगे. उन्होंने कहा कि जिस गरीब के घर में कभी रसोई गैस का चूल्हा नहीं था, जब उस घर में चूल्हा जलता है तो यही राम राज्य है. गरीबों को छत मिले यही राम राज्य है. सभी को अपना घर, रोजगार और बिजली देना ही राम राज्य है. इतना ही नहीं योगी ने युवाओं को रोजगार दिलवाना सरकार की जिम्मेदारी बताया. उन्होंने कहा कि हम जनता का ध्यान भटकाने नहीं बल्कि अपनी योजनाओं के साथ अयोध्या आए हैं. अपने भाषण में योगी ने कहा कि हमनें गरीब बच्चों को मुफ्त जूते, ड्रेस और किताबें दीं, 35 लाख लोगों को राशन कार्ड दिए. उन्होंने यह भी कहा कि अयोध्या में पहले बिजली नहीं आती थी, अब यहां बिजली आती है, आगे हमारी 24 घंटे बिजली देने की तैयारी है. साथ ही योगी ने कहा कि हम गंदगी और गरीबी से मुक्त भारत बनाएंगे, आतंकवाद और सांप्रदायिकता मुक्त भारत बनाएंगे. योगी ने कहा कि अयोध्या मानवता की धरती है. अयोध्या ने रामराज्य के माध्यम से दुनिया को मानवता का पाठ पढ़ाया है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने देश में राम राज्य की स्थापना का संकल्प लेते हुए अपना भाषण संपन्न किया. साभार आजतक
अयोध्या विवाद पर जल्द ख़त्म हो जाएगी आशंकाः योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अयोध्या को लेकर लोगों की आशंका जल्द ख़त्म हो जाएगी. उन्होंने कहा कि अयोध्या को अपने ही देश में कुछ लोग शक की निगाह से देखते हैं. दिवाली के एक दिन पहले अयोध्या पहुंचे मुख्यमंत्री ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ''अयोध्या को कुछ लोग लोग आशंका की नज़र देखते हैं. अब अयोध्या पर शक की प्रवृत्ति ख़त्म होनी चाहिए.'' हालांकि योगी ने आशंका की बात को लेकर किसी तरह की व्याख्या नहीं की लेकिन समझा जाता है कि या तो उनका इशारा मंदिर निर्माण को लेकर था, या सरकार मसले को बातचीत के ज़रिये सुलझाने की कोशिश कर रही होगी. योगी आदित्यनाथ ने कुछ ही दिन पहले कहा था कि वो अयोध्या में राम की विशाल मूर्ति बनाना चाहते हैं. ऐसे में दिवाली के बहाने अयोध्या में उन गतिविधियों को जिसमें योगी शामिल हुए महत्वपूर्ण माना जा रहा है. बुधवार को योगी ने राम का भेष धारण किए एक शख्स का स्वागत किया. इसके साथ ही अयोध्या में हज़ारों दीप जलाए गए. इस मौक़े पर राम, सीता और लक्ष्मण के रूप में तीन लोग सरयू नदी के तट पर सरकारी हेलिकॉप्टर से उतरे. इन तीनों की योगी ने आगवानी की. योगी के साथ प्रदेश की पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी और राज्यपाल राम नाईक भी मौजूद थे. कहा जा रहा है कि सरयू नदी के तट पर 1.75 लाख दिए जलाए गए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा, ''प्रदेश में पुरातत्व के लिहाज से महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों को विकसित किया जाएगा ताकि पर्यटकों का ध्यान आकर्षित किया जा सके. राम का महत्व केवल भारत में ही नहीं बल्कि थाईलैंड, इंडोनेशिया और श्रीलंका जैसे देशों में भी है. मैं थाईलैंड गया था और वहां देखा कि सड़कों का नाम भी राम से है.'' योगी ने आगे कहा, ''थाईलैंड के राजा राम को अपना पूर्वज बताते थे. इंडोनेशिया दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम देश है और वहां की रामलीला काफ़ी प्रसिद्ध है. हमने वहां की रामलीला टीम भी बुलाई है. इंडोनेशिया के लोग राम को लेकर कहते हैं कि इस्लाम भले उनका मजहब है, लेकिन राम उनके पूर्वज हैं. हमारे ही देश में कुछ ऐसे लोग हैं जो राम पर सवाल उठाते हैं. मैं अयोध्या आऊं तो सवाल उठाते हैं और न आऊं तो भी सवाल उठाते हैं.'' योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी देश में रामराज्य लाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अब उत्तर प्रदेश में भी विकास बिना भेदभाव के हो रहा है और इसे ही हम रामराज्य कहते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश के तीन से चार ज़िलों में कुछ ख़ास स्थानों पर बिजली आती थी पर अब ऐसा नहीं है. योगी ने कहा कि इससे पहले रावण राज्य था, जिसमें भेदभाव किया जाता था. साभार बीबीसी
राजीव रंजन तिवारी (संपर्कः 8922002003)
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