नई दिल्ली। कांग्रेस की डिजिटल टीम गुजरात चुनाव से पहले काफी सक्रिय नजर आ रही है। जब राहुल गांधी गुजरात दौरे पर थे तब उनकी सोशल मीडिया टीम ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए ‘विकास पागल हो गया’ कैंपन चलाया। कांग्रेस टीम की नई डिजिटल टीम ने मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर खिचाई करती दिख रही है। कांग्रेस की डिजिटल टीम में हाल ही में बदलाव किए गए हैं। दिव्या स्पंदना उर्फ राम्या को डि़जिटल टीम की हेड बनाया गया है। 4 अक्टूबर को राहुल गांधी ने आईटी एवं सोशल मीडिया सेल प्रमुख दिव्या स्पंदना की अध्यक्षता में सभी राज्यों की आईटी एवं सोशल मीडिया सेल को भंग कर दिया था, जिसके बाद राहुल गांधी लोगों के साथ अधिक सक्रिय रूप से जुड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं।
कन्नड़ नेता राम्या ने कहा कि हमने पहले मुद्दों पर बात नहीं की। जब से मैंने सोशल मीडिया संभाला है तब से कांग्रेस के सोशल मीडिया पर बदलाव देखने को मिला है। राम्या सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय है और आम तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सत्तारूढ़ पार्टी की आलोचना के लिए जानी जाती है। यह बदलाव भारत की सबसे पुरानी पार्टी में बदलाव लाने के लिए किए गए हैं। पिछले कुछ महीनों में कांग्रेस की सोशल मीडिया रणनीतियों में स्पष्ट रूप से बदलाव आया है। राम्या ने कहा कि अगर हम राजनीति में हैं, तो हम खेल भी खेल सकते हैं। पिछले तीन महीनों में, उसने अपनी टीम की ताकत को दोगुना करने के लिए पेशेवरों की भर्ती की है और कांग्रेस की नई सोशल मीडिया टीम के 85% पेशेवर सदस्य हैं। राम्या से पहले कांग्रेस के डिजिटल वार-रूम में सिर्फ तीन महिलाएं थीं। राम्या ने कहा टीम में महिलाओं की संख्या बढ़ने के बाद सोशल मीडिया पर कांग्रेस एक प्रभावी कम्युनिकेटर बन गया है। उन्होंने कहा कि हमारे पास अब एक महिला केंद्रित टीम जो काफी इंटेलीजेंट है। राम्या की टीम के सामने पहली और सबसे बड़ी चुनौती ट्रॉल और नकली समाचारों का सामना करना है। और यह इंटरनेट और समाज दोनों में ही है। उन्होंने कहा एक छोटी सी गलती कैलिब्रेटेड मीडिया रणनीति को खत्म कर सकती है।
उदाहरण के तौर पर, दिग्विजय सिंह और मनीष तिवारी के हाल के ट्वीट्स, जिन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर निजी टिप्पणी की थी। जिनका असर उलटा हुआ। राम्या ने हंसते हुए कहा कि हमें इस तरह के ट्वीट से निपटना होगा। लेकिन पिछले कुछ महीनों में कांग्रेस के लिए सबसे अधिक उत्साहवर्धक संकेत राहुल गांधी के डिजिटल स्पेस में दिखाई दिए हैं। पहले कांग्रेस नेता सोशल मीडिया की मौजूदगी के लिए भी अनिच्छुक थे। लेकिन अब उनके ट्वीट्स समय पर और निर्णायक साबित हो रहे हैं। साभार जनसत्ता
राजीव रंजन तिवारी (संपर्कः 8922002003)
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