अहमदाबाद। गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी प्रदेश में जोर-शोर से प्रचार कर रहे हैं। प्रचार के बीच ही छोटा उदयपुर में पाटीदार अनामत आंदोलन समिति ने जिले के लिए बोडेली में एक सभा के दौरान राहुल गांधी को सम्मानित किया। यह एक आदिवासी बहुल जिला है। साल 2012 के विधानसभा चुनाव में गुजरात की 27 आदिवासी सीटों में से कांग्रेस ने 14 सीटें जीती थीं। कांग्रेस ने जीती को कुल 15 सीटें थीं, लेकिन मोरवा हदाफ की सीट वे उपचुनाव में हार गए। साल 2012 के विधानसभा चुनाव के एक साल बाद छोटा उदयपुर को वडोदरा से अलग करके जिला बनाया गया था। जिस तरह से राहुल गांधी को प्रचार के दौरान पाटीदारों का समर्थन मिला है, वह भारतीय जनता पार्टी पर भारी पड़ सकता है।
बता दें, इस साल के अंत तक गुजरात में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस, भाजपा और आम आदमी पार्टी ने अपनी-अपनी कमर कस ली हैं। जहां राहुल गांधी गुजरात में अपनी रैलियां कर रहे हैं, वहीं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी कड़ी मेहनत कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कई समारोह के जरिए गुजरात में रैलियों को संबोधित किया है। आम आदमी पार्टी के नेता भी गुजरात में चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं। नर्मदा डैम से प्रभावित परिवारों से मुलाकात के लिए राहुल गांधी के काफिले को डभोई में रोका गया। आदिवासी परिवारों का प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे जिकू टाडवी ने उनकी मांगे राहुल गांधी के सामने रखीं। टाडवी ने बताया कि कांग्रेस ने नर्मदा डैम 85 मीटर तक की ऊंचाई का ही बनाया था और उन्होंने कभी भी गरीबों के घरों को डूब क्षेत्र में लाने को मंजूरी नहीं दी। राहुल ने नर्मदा डैम से प्रभावित परिवारों को संबोधित करते हुए कहा, ‘हम लोग विकास के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन इसका फायदा सबको मिलना चाहिए। आप लोगों ने गुजरात के विकास के लिए अपनी जमीन खो दी। आपका ख्याल रखा जाना चाहिए और मुआवजा दिया जाना चाहिए। जो आप लोगों को 22 वर्षों में नहीं मिला, अगर गुजरात में हमारी सरकार बनती है तो वह आपको कांग्रेस छह महीने में दे देगी।’ साभार जनसत्ता
राजीव रंजन तिवारी (संपर्कः 8922002003)
0 comments:
Post a Comment
आपकी प्रतिक्रियाएँ क्रांति की पहल हैं, इसलिए अपनी प्रतिक्रियाएँ ज़रूर व्यक्त करें।