अहमदाबाद। गुजरात में चुनाव आयोग ने अभी तक विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं की है, लेकिन उसके पहले ही गुजरात में राजनीतिक सरगर्मियां काफी तेज हो गई हैं। ऐसा लगता है कि 23 अक्टूबर को गुजरात में हुई नवसर्जन जनादेश रैली में राहुल गांधी द्वारा दिए गए भाषण के बाद बीजेपी बौखला गई है और बीजेपी नेताओं के बयानों में यह बौखलाहट दिख रही है। गुजरात में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्य के उप-मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को लेकर काफी विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस हाफिज सईद जैसे आतंकी से भी हाथ मिलाने से पीछे नहीं हटेगी। पटेल ने ये भी कहा कि विपक्ष सत्ता हासिल करने के लिए समुदायों के बीच खाई बनाने की कोशिश कर रहा है।
यह बात उन्होंने ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर के कांग्रेस में शामिल होने पर प्रतिक्रिया देते हुए कही। गुजरात दौरे पर गए राहुल गांधी की मुलाकात पटेलों के लोकप्रिय युवा नेता हार्दिक पटेल से भी हुई। नितिन पटेल ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "अगर कांग्रेस को लगा कि वह विधानसभा चुनाव जीत सकती है तो वह हाफिज सईद जैसे आतंकियों से भी हाथ मिला लेगी। वे बिना किसी संकोच के उसे न्योता भेज देंगे।" तो क्या यह माना जाए कि नितिन पटेल जानबूझकर हाफिज सईद की तुलना हार्दिक पटेल, जिग्नेश मेवानी और अल्पेश ठाकोर से कर रहे हैं? अगर ऐसा है तो क्या वे गुजरात की एक बड़ी जनता का अपमान नहीं कर रहे जो इन नेताओं पर भरोसा करती है? साभार नवजीवन
राजीव रंजन तिवारी (संपर्कः 8922002003)
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