मुम्बई। भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने मंगलवार को एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। शिवसेना ने इस बार बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में छात्राओं पर पुलिस लाठीचार्ज को लेकर सवाल उठाए हैं। शिवसेना ने पूछा है कि जिन महिलाओं ने उन्हें इतनी उम्मीदों के साथ चुना है क्या यही उनका ‘सौभाग्य’ है। शिवसेना एनडीए में रहते हुए भी महाराष्ट्र और केंद्र सरकार पर निशाना साधती रही है। इस बार शिवसेना ने 16000 करोड़ रुपए की सोमवार को लॉन्च की गई ‘सौभाग्य’ स्कीम को लेकर पीएम मोदी पर चुटकी ली है। शिवसेना ने पार्टी मुखपत्र सामना के संपादकीय में लिखा है, ‘मंहगाई ने विकराल रूप धारण कर रखा है और आप चुप हैं। पेट्रोल और डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं और आप चुप हैं। सिस्टम सुधार में लोगों को कोई मदद नहीं मिल रही और आप चुप हैं। देश की बेटियों पर लाठियां बरसाई जा रही हैं और आप चुप हैं। आपके पार्टी काकर्यकर्ता कहर बरपा रहे हैं। कब तक आप चुप रहेंगे? आपके संसदीय क्षेत्र की लड़कियां जिन्होंने आपको काफी उम्मीदों के साथ जिताया था, उनका यही ‘सौभाग्य’ है?’ साथ ही सवाल उठाया गया, ‘वे लोग बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में सीसीटीवी कैमरा लगाने और आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे। क्या उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करना सही है?’
इसके साथ ही लिखा गया है, ‘आपने बिना सोचे ऐसा कदम उठा लिया, जिससे पूरे देश में तूफान आ गया। आप केवल जुमलेबाजी करते हैं। आपने अपने कार्यकर्ताओं को कहा कि सत्ता सुख भोगने के लिए नहीं है, बल्कि यह लोगों की सेवा करने के लिए होती है। लेकिन अगर उन्होंने आपसे पूछ लिया कि आपने पिछले तीन साल में क्या सेवा की तो आपका जवाब क्या होगा।?’ साथ ही शिवसेना ने आरोप लगाया है कि उत्तर प्रदेश और वाराणसी की बेटियां छेड़छाड़ और अन्य समस्याएं झेल रही हैं। लेख में कहा गया है, ‘जब वे इसके खिलाफ आवाज उठाती हैं और न्याय की मांग करती हैं तो उन पर लाठियां बरसाई जाती हैं। ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का जुमला भूल जाइए, लेकिन उन्हें पीटो तो नहीं। माना कि यह राज्य सरकार का मामला है, लेकिन वहां का सांसद होने के नाते उन्हें सांत्वना देने के लिए आपको दो शब्द तो बोलने चाहिए थे।’ साभार जनसत्ता
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