नई दिल्ली। तमिलनाडु के मंत्री और एआईएडीएमके के वरिष्ठ नेता डिंडिगुल श्रीनिवासन ने दावा किया है कि शशिकला से डरकर पार्टी नेताओं ने दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता के स्वास्थ्य के बारे में झूठी जानकारी दी। पिछले साल शशिकला के खौफ के कारण ही नेताओं ने झूठ बोला ताकि लोग इस बात पर विश्वास कर सकें कि अम्मा (जयललिता) के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। यहां शुक्रवार देर रात एक कार्यक्रम में मंत्री ने कहा कि वह जयललिता के स्वास्थ्य के बारे में झूठी जानकारी देने के लिए पार्टी काडर और जनता से माफी मांगते हैं। उन्होंने कहा, ‘हम जनता से बड़ी गलती के लिए माफी चाहते हैं। कृपया मुझे माफ कर दें। हमने झूठ बोला था कि अम्मा सांबर और चटनी खाने के अलावा चाय पी रही हैं।
ताकि आप लोग यह विश्वास कर सकें कि उनकी सेहत में सुधार हो रहा है। असल में किसी ने नहीं देखा था कि अम्मा इडली या चटनी खा रही हैं। सब झूठ था।’ मंत्री ने यह भी बताया कि किसी को भी पूर्व मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दिया जा रहा था। जो भी उनसे मिलने की कोशिश करता उसे शशिकला के रिश्तेदार यह बता देते थे कि वह पूरी तरह ठीक हैं। श्रीनिवासन के मुताबिक जयललिता के चेन्नई स्थित अपोलो अस्पताल में 22 सितंबर, 2016 को भर्ती होने के बाद से खुद वह और अन्य कोई नेता उनसे नहीं मिल सका। लंबे इलाज के बाद पिछले साल पांच दिसंबर को जयललिता का निधन हो गया था। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री के पलनीस्वामी ने हाल ही में जयललिता की मौत की जांच के लिए एक आयोग का गठन किया है। मौजूदा डिप्टी सीएम पूर्व बागी नेता ओ पन्नीरसेल्वम ने भी लोगों के मन में संदेह होने का हवाला देकर सरकार पर मौत की जांच कराने का दबाव बनाया था
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