पटना। बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव कानूनी पचड़े में फंसते दिख रहे हैं। तेजस्वी यादव पर देश के राष्ट्रगीत वंदे मातरम् के अपमान का आरोप लगा है। इस बावत तेजस्वी यादव पर बिहार के दरभंगा में केस दर्ज किया गया है। उनपर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया है। बता दें कि 13 अगस्त को तेजस्वी यादव ने एक ट्वीट किया था। इस ट्वीट में तेजस्वी यादव ने उमाशंकर सिंह नाम के शख्स के ट्वीट के पर टिप्पणी की थी। उमाशंकर सिंह ने लिखा था, ‘बंदे मारते हैं हम।’ इस ट्वीट को रिट्वीट करते हुए तेजस्वी यादव ने लिखा था, ‘सही कहा इनका “वंदे मातरम्” = बंदे मारते हैं हम।’ तेजस्वी यादव की इस टिप्पणी पर जदयू तकनीकी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष इकबाल अंसारी ने सीजीएम कोर्ट में याचिका दायर की है और कहा है कि तेजस्वी यादव ने 13 अगस्त के एक ट्वीट से राष्ट्रगीत का अपमान किया है। उनके इस ट्वीट से भारतीय और भारतीयता को ठेस पहुंची है। इस केस में जदयू नेता ने उमाशंकर सिंह को भी अभियुक्त बनाया है।
इन दोनों पर आईपीसी की धारा 124 (A) (राष्ट्रद्रोह), 120 (B) भा. दण्ड विधान, 501 (B) भारतीय दण्ड विधान, प्रिवेंशन ऑफ इंसल्ट टू नेशनल ऑनर एक्ट 69 (1971) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। याचिका में कहा गया है कि एक पूर्व उपमुख्यमंत्री के ऐसे राष्ट्रविरोधी ट्वीट से यह बात साबित हो जाती है कि इनको अपना राजनीतिक स्वार्थ साधने के लिए न तो राष्ट्र के सम्मान की चिंता है और न ही राष्ट्र की छवि की। इकबाल अंसारी ने कहा कि इस ट्वीट पर कड़ी आलोचना होना के बावजूद तेजस्वी यादव ने ना तो इस ट्वीट को डिलीट किया और ना ही इसके लिए माफी मांगी। आरजेडी नेता के रवैये से राहत होकर उन्हें अदालत की शरण में आना पड़ा। बता दें कि तेजस्वी यादव इस वक्त बिहार में नीतीश सरकार के खिलाफ जनादेश अपमान यात्रा कर रहे हैं। बुधवार रात को ही तेजस्वी यादव को भागलपुर में सभा की इजाजत नहीं दी गई। जिस जगह पर सभा होनी थी प्रशासन ने वहां धारा-144 लागू कर दी। इससे नाराज तेजस्वी यादव भागलपुर रेलवे स्टेशन पर ही धरने पर बैठ गये थे।
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