हरिद्वार। बारिश से हुए जलभराव की निकासी को नाले से अतिक्रमण हटाने के मुद्दे पर गुरुवार को भाजपाइयों के दो गुटों ने खूब उपद्रव मचाया। बीच सड़क जमकर लाठी-डंडे और पत्थर चलाए, मारपीट की। मेयर व नगर निगम टीम को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, पुलिस ने लाठीचार्ज कर किसी तरह उनकी जान बचाई। मेयर के सिर में चोट आई, जबकि उन्हें बचाने आए क्षेत्रीय निवासी मुकेश कपूर का सिर फट गया, उन्हें छह टांके आए हैं। दोनों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। करीब दो डेढ़ घंटे तक बीच सड़क चले इस उपद्रव से भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई, तमाम को भागकर अपनी जान बचानी पड़ी। एसडीएम सदर सहित आधा दर्जन पुलिस कर्मियों भी चोटिल हुए। मौके पर तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। अभी तक दोनों पक्षों की ओर से कोई मुकदमा दर्ज नहीं कराया गया है।
उपद्रव की शुरुआत सुबह करीब 11 बजे उस वक्त हुई जब मध्य हरिद्वार के नागरिकों की शिकायत पर नगर निगम के अतिक्रमण विरोध दस्ते संग मेयर मनोज गर्ग जलभराव के पानी को निकलवाने पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के प्रेमनगर आश्रम के पास पहुंचे। नाले पर अतिक्रमण के कारण जल निकासी न होने पर उन्होंने उसे हटवाने की कार्रवाई शुरु करा दी। मेयर मनोज गर्ग ने आरोप लगाया कि इसपर सैकड़ों की संख्या में लाठी-डंडों से लैस पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के समर्थक आश्रम सेवादारों ने दीवार तोड़ने का आरोप लगाते हुए जबरदस्ती काम रुकवा दिया और उन्हें घेर लिया। विरोध करने पर हमला बोल दिया। उन्हें और निगम टीम के लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर लाठी-डंडों सरियों से पीटा, अचानक हुए इस हमले से उन्हें बचने तक का मौका नहीं मिला। उन्हें बचाने आए क्षेत्रीय निवासी मुकेश कपूर का सिर सरिये की चोट से फट गया, उन्हें छह टांके आए, जबकि मेयर मनोज गर्ग के सिर में भी गंभीर चोट आई। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने लाठीचार्ज कर किसी तरह उन्हें और उनकी टीम को बचाया और अस्पताल में भर्ती कराया। इसके विपरीत प्रेमनगर आश्रम के प्रवक्ता पवन ने मेयर मनोज गर्ग पर हमला करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वे अपने लोगों के साथ पूर्व नियोजित योजना के तहत अभियान की आड़ में आश्रम की दीवार तोड़ रहे थे। विरोध करने पर उनके लोगों ने हमला कर आश्रम के सेवादार विजय का सिर फोड़ दिया। विजय जिला अस्पताल में भर्ती है।
आमरण अनशन पर बैठ गए आश्रम के कर्मचारी
मेयर और उनके समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर आश्रम के कर्मचारी आमरण अनशन पर बैठ गए। आश्रम की ओर से पुलिस को मेयर और उनके समर्थकों के खिलाफ तहरीर दी गई है। बृहस्पतिवार की सुबह हरिद्वार में हुई मूसलाधार बारिश से पूरे शहर में पानी भर गया था। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के प्रेमनगर आश्रम के पास भी मुख्य सड़क पर पुल से पहले पानी भर गया। इस दौरान कई क्षेत्रों में जलभराव देखने निकले मेयर मनोज गर्ग प्रेमनगर पुल के पास पहुंचे। उन्होंने वहां पुल की बगल में लगाई गई टीन शेड को हटवाने के लिए जेसीबी मंगवा ली। नगर मजिस्ट्रेट जयभारत सिंह भी वहां मौजूद थे। जलनिकासी के लिए जैसे ही सड़क किनारे नाले के पास लगाई गई टीनशेड का हटाने का प्रयास किया तो आश्रम के सेवक और कर्मचारी उसका विरोध करने पहुंच गए। मेयर मनोज गर्ग उनसे वार्ता कर ही रहे थे, आरोप है कि इसी बीच आश्रम के कुछ सेवकों और कर्मचारियों ने मेयर पर हमला कर दिया। मेयर के समर्थकों ने विरोध किया तो उनपर भी लाठी-डंडों से हमला कर दिया। हमले में मेयर के सिर, कमर और हाथों पर भी चोंटें आईं हैं। मेयर पर हमले की खबर थोड़ी देर में ही पूरे शहर में फैल गई और उनके हजारों समर्थक मौके पर जमा हो गए। सतपाल महाराज के खिलाफ नारेबाजी कर रहे समर्थकों ने प्रशासन पर सतपाल महाराज के आश्रम के कब्जे वाली दीवार तुड़वाने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। जैसे ही जेसीबी दीवार तोड़ने लगी तो दोबारा पथराव शुरू कर दिया। इस बार दोनों तरफ से पत्थरबाजी हुई। आश्रम के कर्मचारियों ने मेयर समर्थकों पर दोबारा हमला किया गया। जिस पर भगदड़ मच गई। हालात बेकाबू होते देख प्रशासन में हड़कंप मच गया। एसपी सिटी ममता बोरा, एसडीएम मनीष कुमार सिंह एसपी क्राइम प्रकाश आर्य सीओ सिटी प्रकाश देवली और नगर मजिस्ट्रेट की मौजूदगी के बाद भी विवाद खत्म नहीं हुआ। इसके बाद एसएसपी कृषण कुमार वीके भी मौके पर आए। पीएसी और कई थानों की पुलिस बुला ली गई। लाठियां भांजकर पुलिस ने दानों पक्षों के लोगों को तितर-बितर किया। इसके बाद दो जेसीबी चलाकर नाले के ऊपर अतिक्रमण करके बनाई गई दीवार तोड़ दी। प्रेमनगर आश्रम ट्रस्ट के सचिव रमणीक सिंह का आरोप है कि मेयर और उनके साथियों ने सतपाल महाराज को गाली दी और साथ आई एक महिला ने आश्रम के चौकीदार पर पहले हमला किया। इसके बाद आश्रम के लोगों ने हमला किया। आश्रम की ओर से मेयर मनोज गर्ग, भाजपा के जिला उपाध्यक्ष विकास तिवारी, नरेश शर्मा, अनिल पुरी, मृदुल कौशिक आदि के खिलाफ तहरीर दी है। जबकि मेयर की ओर से अभी तहरीर नहीं दी गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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