पटना। राजद प्रमुख लालू प्रसाद शुक्रवार को अपने ठिकानों पर सीबीआइ की कार्रवाई से काफी नाराज दिखे। सीबीआइ पर तो नरम दिखे, मगर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर आगबबूला थे। कहा कि खटमल और चिल्लर से हम नहीं डरने वाले हैं, इनको उखाड़ फेंकेगे। फांसी पर चढ़ जाएंगे, लेकिन भाजपा और मोदी की साजिश एवं अहंकार को तोड़कर ही दम लेंगे। चारा घोटाले के एक मामले में रांची में सीबीआइ की विशेष कोर्ट में उपस्थित होने के बाद देर शाम को पटना वापस आने के बाद 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी देवी के आवास पर पत्रकारों से राजद प्रमुख ने कहा कि सीबीआइ दोषी नहीं है, सबकुछ भाजपा और आरएसएस के इशारे पर किया गया है। सीबीआइ की कार्रवाई की जानकारी मिलने तो सबको सहयोग करने को कहा और सीबीआइ को सिक्यूरिटी देने को भी कहा। कहा कि सीबीआइ की कार्रवाई के बाद मीडिया पर गलत खबरें चलाई गईं और कहा गया कि राबड़ी और तेजस्वी से घंटों पूछताछ की गई, जो पूरी तरह से गलत है। मैंने कुछ भी गलत नहीं किया। मैंने तो कुछ भी किया कानून के दायरे में किया।
लालू बोले, आइआरसीटीसी एक स्वतंत्र एजेंसी है। उसे लाइसेंस फीस के तौर पर 1.15 करोड़ रुपये मिल रहे हैं। मैं 31 मई 2004 को रेल मंत्री बना था, जबकि टेंडर को लेकर फैसला उससे पहले हो चुका था। लालू ने कहा कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह आयकर और सीबीआइ के जरिए विपक्ष को डराने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसा ही अखिलेश, ममता और मायावती के खिलाफ भी किया जा रहा है। 'सुन लो नरेन्द्र मोदी और अमित शाह, भाजपा को उखाड़ फेंकेगे।' सीबीआइ की कार्रवाई के बाद महागठबंधन पर असर के सवाल पर लालू ने कहा कि महागठबंधन को क्यों जोड़ रह हैं, उसको इससे क्या मतलब है। महागठबंधन अटूट है। नरेन्द्र मोदी और अमित शाह की मंशा पूरी नहीं होने वाली है। नरेन्द्र मोदी और भाजपा को हमारी 27 अगस्त को भाजपा भगाओ, देश बचाओ रैली में हमारी एकता और मजबूती दिख जाएगी। इसके पहले छापेमारी के दौरान रांची में लालू ने कहा कि सीबीआइ की रेड से उन्हें डराने की कोशिश की जा रही है, लेकिन वे डरने वाले नहीं। लालू ने कहा कि राजद की 27 अगस्त की विशाल रैली से केंद्र सरकार डर गई है। हम सभी विरोधी दलों को एक प्लेटफॉर्म पर लाने की तैयारी में लगे हैं और इससे घबराकर कुछ ना कुछ तो लोग करेंगे ही ना। मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है और मैं इन गीदड़भभकियों से डरने वाला नहीं हूं। मेरे खिलाफ ये सब राजनीतिक साजिश चल रही है ताकि मेैं सरेंडर कर दूं। विदित हो कि लालू आज देवघर और डोरंडा कोषागार से संयुक्त बिहार के समय हुई अवैध निकासी मामले में रांची के सीबीआइ अदालत में पेश होने पहुंचे थे। उनकी अनुपस्थिति में सीबीआइ ने लालू के पटना सहित 12 ठिकानों पर छापेमारी की।सीबीआइ ने उनके रेलमंत्री रहते रेलवे के दो होटलों को निजी कंपनियों को देने के फर्जीवाड़े के आरोप में उनपर, राबड़ी देवी, पुत्र तेजस्वी यादव और अन्य कई लोगों पर एफआइआर दर्ज की है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में हंगामा, चैनल रिपब्लिक के पत्रकार से उलझने पर बेटे तेजस्वी को डांटा
सीबीआई छापों के बाद आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने शुक्रवार 7 जुलाई शाम को मीडिया को संबोधित किया और अपने ऊपर लगे आरोपों का जवाब दिया। लेकिन प्रेस कॉन्फ्रेंस में अर्णब गोस्वामी के चैनल रिपब्लिक के पत्रकार ने सवाल पूछा तो तेजस्वी यादव भड़क गए। उन्होंने चैनल की महिला रिपोर्टर से कहा कि वह वहां ड्रामा करने के लिए आई हैं। फिर उन्होंने उनके चैनल को एंटी नेशनल भी कहा। इसपर लालू यादव ने उन्हें रोकना चाहा। लेकिन तेजस्वी बोलते गए। उन्होंने आगे कहा कि क्या वह मोदी से पूछकर सवाल कर रहे हैं और क्या उन्होंने कभी मोदी से पूछा कि वह 15 लाख का सूट क्यों पहनते हैं? इसपर लालू ने तेजस्वी को डांटते हुए चुप रहने के लिए कहा। लालू यादव ने तेजस्वी यादव से कहा- क्यों न्यूज बना रहे हो ? लालू यादव ने होटल को लीज पर देने में गड़बड़ी के आरोपों को सिरे से खारिज किया और कहा कि होटल को लीज पर देने का टेंडर 2003 में ही NDA शासन काल के दौरान निकाला गया था। और NDA सरकार ने ही इस होटल को लीज पर दिया। लालू यादव का कहना है कि इस मामले में आखिर राबड़ी देवी और तेजस्वी को क्यों फंसाया गया, लालू के मुताबिक तेजस्वी उस वक्त नाबालिग था। साभार जागरण/जनसत्ता
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