नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि कर्जमाफी फैशन बन चुकी है और लोन माफ करना समस्या का आखिरी समाधान नहीं है। केंद्रीय मंत्री की यह टिप्पणी पिछले दिनों में कुछ राज्यों द्वारा किसानों के कर्ज माफ किए जाने के बाद आई है। हालांकि अपनी टिप्पणी पर विवाद होने की आशंका को देखते हुए वेंकैया नायडू ने बाद में सफाई भी दी। गौरतलब है कि 21 जून को कर्नाटक सरकार ने भी किसानों की कर्जमाफी का ऐलान किया था। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वैंकेया नायडू ने 22 जून को कहा कि कर्जमाफी अब फैशन बन चुका है, कर्जमाफी केवल बहुत मुश्किल स्थितियों में ही होनी चाहिए। यह समाधान नहीं है, लेकिन किसानों का ख्याल रखना होगा। यूपी, महाराष्ट्र और पंजाब पहले ही कर्जमाफी की घोषणा कर चुके हैं। कर्नाटक ने हर किसान के 50 हजार रुपए माफ करने की घोषणा की है, जिससे राज्य के खजाने पर 8,165 करोड़ रुपए का बोझ पड़ेगा।
नायडू ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि वह इन्फ्रास्ट्रक्चर के कार्यक्रम में बोल रहे थे जिसका विषय किसानों की समस्याएं भी था और उनका बयान भी उसी संदर्भ में है। हम समस्याओं का अस्थायी समाधान कर रहे हैं स्थायी नहीं। पिछले दिनों पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने अपने चुनावी वादों को पूरा करते हुए विधानसभा में कर्जमाफी की घोषणा की। सीएम अमरिंदर ने बताया कि इस कदम से 10.25 लाख किसानों को फायदा होगा। राज्य में 8.75 लाख किसानों के पास 5 एकड़ से ज्यादा जमीन है। एक अनुमान के मुताबिक लोन से जूझ रहे पंजाब पर इस कर्जमाफी से 24 हजार करोड़ का भार पड़ेगा। अमरिंदर सिंह ने कहा कि अभी उनकी सरकार ने तय नहीं किया है कि वह कर्जमाफी के लिए फिर से लोन लेंगे या टैक्स बढ़ा कर रेवन्यू की पूर्ति करेंगे।
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