भुवनेश्वर। तीन वर्षों के कार्यकाल में विभिन्न जनकल्याण कार्यो के जरिये जनता का विश्वास हासिल करने पर जोर देते हुए भाजपा ने जनता का आह्वान किया कि देश में विकास एवं गरीब कल्याण कार्यक्रमों की निरंतरता के लिए 2019 के चुनावों में भी नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रचंड बहुमत से सरकार बनाने का संकल्प ले। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारणी में पारित प्रस्ताव में कहा गया है कि प्रधानमंत्री के इन तीन वर्षो के कार्यकाल में अपनी कर्मठता से जनता का विश्वास हासिल किया है। यह कार्यकारिणी अपने कार्यकर्ताओं से आह्वान करती है कि सभी मिलकर पंडित दीनदयाल जन्मशताब्दी वर्ष में यह संकल्प लें कि जनसेवा के द्वारा जन विश्वास हासिल करने में कार्यकर्ता परिश्रम की पराकाष्ठा करेंगे। इसमें कहा गया है कि भाजपा देश की जनता से भी आह्वान करती है कि देश में विकास एवं गरीब कल्याण कार्यक्रमों की निरंतरता हेतु 2019 के चुनावों में भी नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रचंड बहुमत से सरकार बनाने हेतु संकल्पवान हो।
चुनाव सुधार और चंदे में पारदर्शिता के विषय पर प्रस्ताव में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने इस दिशा में ठोस पहल करते हुए राजनीतिक दलों के चंदे की नकदी सीमा को 20 हजार रुपए से कम करते हुए 2000 तक कर दिया। केंद्र सरकार का यह कदम चुनाव सुधार एवं चंदे में पारदर्शिता के लिहाज से महत्वपूर्ण कदम है। प्रस्ताव के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी जीएसटी पर मिली सफलता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं वित्त मंत्री अरुण जेटली को बधाई देती है। वस्तु और सेवा पर समान अप्रत्यक्ष कर प्रणाली को लागू कराने में मिली सफलता ऐतिहासिक है। इससे भारतीय अर्थतंत्र में आने वाली बाधाएं कम होंगी एवं अर्थव्यवस्था में व्यापक सुधार होगा। इसमें कहा गया है कि व्यापारिक सुगमता की दृष्टि से जीएसटी का लागू होना एक महत्वपूर्ण सफलता है। इसका सकारात्मक प्रभाव आम व्यक्ति पर पड़ेगा और व्यापार क्षेत्र में तेजी आएगी जिससे रोजगार के अनेक अवसर पैदा होंगे। जीएसटी के कारण महंगाई में भी कमी आएगी। आर्थिक सुधारों की दृष्टि से जीएसटी को पारित कराना भाजपानीत कें्रद सरकार की उपलब्धि है।
बीजेपी नेताओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कड़ा संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वैसे तो बीजेपी नेता बोलने में बहुत अच्छेि हैं, लेकिन जब सत्ता में हों तो उन्हेंप चुप रहने की कला सीखनी चाहिए। विवादित बयान देने वाले अपनी पार्टी के नेताओं पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा, 'माइक कोई ऐसी मशीन नहीं है जो लोगों को बोलने के लिए मजबूर करती हो।' मोदी ने कहा कि हमें ये कला सीखनी चाहिये कि कब क्या बोलना और क्या नहीं बोलना है क्योंकि एक विवादित बयान कई कामों पर पानी फेर देता है। इसलिए कैसे कैमरा देखकर चुप रहा जाए ये कला सीखनी चाहिए। भुवनेश्वर में बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में अपने समापन भाषण में पीएम नरेंद्र मोदी ने ईवीएम पर सवाल उठाने के लिए विपक्ष पर निशाना भी साधा। उन्होंने कहा कि विपक्ष की फैक्ट्री में नए-नए मुद्दे बनते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि दिल्ली चुनाव था तो विपक्ष ने चर्च पर हमले की बात उठाई। बिहार चुनाव में अवार्ड वापसी का मुद्दा चला। पता नहीं आज कल अवार्ड वापसी वाले कहाँ है और अब ईवीएम मशीन का मुद्दा मैन्यूफ़ैक्चर किया है। पीएम ने कहा ये मुद्दा भी उन लोगों ने उठाया जो आज सरकार में हैं। पीएम मोदी ने अपने भाषण में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा रणनीतिकार क्या होता है, ये अमित शाह ने दिखा दिया है। पीएम ने नेताओ को नसीहत देते हुए कहा कि वो बड़बोलेपन से बचें और बयानबाजी ना करें। उन्होंने कहा कि किसी को अगर कोई शिकायत है तो अपने नेताओं से बात करें या फिर मुझ तक बात पहुंचाएं। पीएम मोदी ने ये भी कहा कि विधानसभा चुनाव में जो जीत मिली है उससे बहुत उत्साहित होने की जरूरत नहीं है और संयम बना कर रखना चाहिए।
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