पणजी। मनोहर पर्रिकर गोवा के मुख्यगमंत्री पद की शपथ ली। विधानसभा चुनावों में 40 में से 13 सीटें जीतने के बावजूद छोटी पार्टियों के समर्थन से भाजपा गोवा में सरकार बना रही है। उसे महाराष्ट्रंवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) और गोवा फॉरवर्ड पार्टी के साथ ही निर्दलीयों का भी समर्थन मिला है। हालांकि कांग्रेस को 17 सीटें मिली थी लेकिन सरकार बनाने के लिए राज्येपाल के बुलावे के इंतजार करना उसे भारी पड़ गया।
गोवा फोर्वर्ड पार्टी के नेता प्रभाकर टिबले, महासचिव मोहनदास लोलायेकर और प्रवक्ता प्रशांत नाइक शपथ ग्रहण समारोह में नहीं पहुंचे थे। मनोहर पर्रिकर के सीएम बनने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने भी उनको बधाई दी। मोदी ने लिखा, ‘मनोहर पर्रिकर और उनकी टीम को बधाई, गोवा को नई ऊंचाईयों पर लेकर जाने के लिए मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं।’ पर्रिकर बोले – मैं मानता हूं कि किसी को पूर्ण बहुमत नहीं था, लेकिन यह चुनाव के बाद हुआ गठबंधन है। मनोहर पर्रिकर ने आगे कहा, ‘कांग्रेस को कोई विधायक सपोर्ट नहीं करना चाहता था, गोवा के लिए विकास के लिए बीजेपी को समर्थन दिया।’ सीएम पद की शपथ लेने के बाद मनोहर पर्रिकर ने कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस के बाद समर्थन था तो वे लोग गवर्नर के पास क्यों नहीं गए थे। बीजेपी को समर्थन देने वाले आठ विधायकों में से सात को मंत्रीपद दिया गया है। फिर पांडुरंग मडकैकर ने शपथ ली। वह परिवहन मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने इसी साल जनवरी में कांग्रेस छोड़ी थी। उनके बाद रोहन खाउंते ने शपथ ली। वह निर्दलीय विधायक हैं। वह गोवा के लिए क्रिकेट और फुटबॉल भी खेल चुके हैं। उनकी उम्र 43 साल है। अगला नंबर मनोहर अजगांवकर का था। 63 साल के मनोहर MGP से हैं। वह पहले कांग्रेस और बीजेपी में भी रह चुके हैं। उनके बाद विजय सरदेसाई ने शपथ ली। उनका जन्म अर्जंटीना में हुआ है। मनोहर के बाद सबसे पहले सुदिन धवलीकर ने शपथ ली। वह 2016 में ही बीजेपी छोड़कर MGP में शामिल हुए थे।
गोवा में कांग्रेस के सबसे बड़ी पार्टी बनने के बावजूद उसके सत्ताथ से दूर रह जाने का एक बड़ा कारण गोवा फॉरवर्ड पार्टी है। इस पार्टी ने भाजपा के खिलाफ प्रचार किया और वोट मांगे थे। लेकिन केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इसमें बड़ी भूमिका निभार्इ। गोवा में सरकार बनाने का मौका हाथ से निकलने पर कांग्रेस विधायकों में राज्या के पार्टी प्रभारी दिग्विजय सिंह के खिलाफ गुस्साा है। एक बैठक में तो विधायकों ने उन्हेंि खूब सुनाया। नवंबर 2014 में देश के रक्षा मंत्री बने पर्रिकर उससे पहले दो बार गोवा के सीएम रह चुके थे। आईआईटी बॉम्बे से बीटेक और एमटेक देश के किसी भी राज्य का सीएम बनने वाले पहले आईआईटी स्नातक हैं।
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