देहरादून। उत्तराखंड में बीजेपी की जबरदस्त जीत के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शनिवार को सूबे के 11वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। शपथग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह समेत बीजेपी के कई दिग्गज नेता मौजूद रहें। राज्यपाल के.के. पॉल ने रावत और उनके मंत्रिपरिषद के सदस्यों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। 70 सदस्यों वाले उत्तराखंड विधानसभा में बीजेपी ने 57 सीटें जीती हैं। त्रिवेंद्र रावत मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के ठीक बाद सतपाल महाराज ने मंत्री पद की शपथ ली। उनके अलावा हरक सिंह रावत, मदन कौशिक, अरविंद पाण्डेय, सुबोध उनियाल, यशपाल आर्य और प्रकाश पंत ने भी मंत्री पद की शपथ ली। इन सभी को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। रेखा आर्य और धन सिंह रावत ने राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ली। इस तरह त्रिवेंद्र रावत के साथ 9 मंत्रियों ने भी शपथ ली।
त्रिवेंद्र सिंह रावत संघ के साथ-साथ बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के करीबी माने जाते हैं। वह 2013 में बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव नियुक्त हुए। 2014 आम चुनाव से पहले जब अमित शाह को यूपी का प्रभारी बनाया गया तब रावत ने सह-प्रभारी की जिम्मेदारी निभाई। झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने उन्हें राज्य का प्रभारी बनाकर भेजा था जहां पार्टी ने जीत हासिल की। रावत ने डोईवाला विधानसभा सीट से कांग्रेस के हीरा सिंह बिष्ट को 24 हजार से ज्यादा मतों से हराया था। 2002 के बाद से इस विधानसभा सीट से यह उनकी तीसरी जीत है। 57 साल के रावत बीजेपी की तरफ से उत्तराखंड के सीएम बनने वाले पांचवें शख्स हैं। 2000 में जब उत्तर प्रदेश से अलग होकर उत्तराखंड वजूद में आया तब बीजेपी के नित्यानंद स्वामी सूबे के पहले मुख्यमंत्री बने थे। मार्च 2001 में बीजेपी ने स्वामी को हटाकर बी.एस. कोश्यारी को मुख्यमंत्री बनाया था। रावत उत्तराखंड के प्रभावशाली ठाकुर समुदाय से आते हैं। उन्होंने 1983 से 2002 तक संघ प्रचारक के तौर पर काम किया।
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