लखनऊ। राजधानी के पांच विधायकों को मंत्री की रेस में आगे माना जा रहा है लेकिन इनमें से केवल दो की ही ताजपोशी होने की बात सामने आ रही है, क्योंकि पार्टी लखनऊ को दो से ज्यादा मंत्री देने को तैयार नहीं है। फिलहाल इस रेस में पूर्व मंत्री लालजी टण्डन के बेटे आशुतोष टण्डन गोपाल, चार बार विधायक रहे सुरेश श्रीवास्तव, कांग्रेस से भाजपा में आयीं रीता बहुगुणा जोशी, स्वाति सिंह तथा मलिहाबाद से पहली बार विधायक बनीं जयदेवी का नाम सबसे आगे चल रहा है।
बता दें कि लखनऊ से जीते सभी विधायक मंत्री पद की उम्मीद लगाए बैठे हैं। लेकिन यहां के लिए पार्टी के पास केवल दो ही सीट हैं। लखनऊ पूर्व विधान सभा सीट से दूसरी बार विधायक चुने गए गोपाल टण्डन लालबत्ती की रेस में सबसे आगे माने जा रहे हैं। कैन्ट से रीता जोशी व सरोजनीनगर से स्वाति सिंह के भी मंत्री बनाए जाने की चर्चाएं हैं। लेकिन पार्टी सूत्रों का कहना है कि इन दोनों विधायकों में से किसी एक के ही हाथ लालबत्ती आएगी। स्वाति सिंह जहां पहली बार विधायक बनी हैं वहीं रीता जोशी अनुभवी होने के साथ जाना पहचाना चेहरा हैं। वहीं पार्टी की नजर 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर बनी हुई है। यही वजह है कि मलिहाबाद से पहली बार विधायक बनीं जयदेवी का नाम भी रेस में है। जयदेवी के पति कौशल किशोर मोहनलालगंज से बीजेपी सांसद है। वह पार्टी के लिए दलित चेहरा हैं।
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