इलाहाबाद। समाजवादी पार्टी को 'बलात्कारियों की रक्षक' बताते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने शनिवार को कहा कि इनका 5 साल का शासनकाल सिर्फ महिलाओं के खिलाफ अपराधों के लिए जाना जाएगा। अखिलेश के मंत्री गायत्री प्रजापति के खिलाफ एक महिला के गैंगरेप और उसकी नाबालिग बेटी के साथ रेप की कोशिश करने के मामले में दर्ज हुई FIR का हवाला देते हुए उन्होंने एसपी पर हमला किया। इलाहाबाद में एक के बाद एक कई रैलियों में स्मृति ने कहा, 'यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की कैबिनेट में गायत्री प्रजापति जैसे लोग थे, जो रेप के आरोपी हैं। मंत्री के खिलाफ FIR दर्ज कराने के लिए कोर्ट को दखल देना पड़ा, जिससे साबित होता है कि एसपी रेपिस्टों की रक्षक है। हैरानी की बात नहीं है कि इनके राज में यूपी में महिलाएं कभी सुरक्षित महसूस नहीं कर सकतीं।' गौरतलब है कि शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने गायत्री प्रजापति के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दिया था।
बीजेपी की पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष स्मृति ने कहा, 'एसपी का 5 साल का शासन सिर्फ महिलाओं के खिलाफ अपराध, जमीन कब्जे और गुंडों को खुली छूट के लिए जाना जाएगा।' उन्होंने कांग्रेस और एसपी के हाथ मिलाने पर भी तंज कसा कि वोटर इनके 'अवसरवादी गठबंधन' को सबक सिखाएंगे। स्मृति ने कहा, 'कांग्रेस पूरे देश से खत्म हो रही है। लोकसभा चुनाव के बाद राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में भी वह साफ हो गई।' उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस, एसपी और बीएसपी अलग-अलग लड़ें या साथ मिलकर, सत्ता में नहीं आ सकतीं। स्मृति ने दावा किया कि यूपी के लोग एसपी और बीएसपी से ऊब चुके हैं जिन्होंने पिछले एक दशक से ज्यादा वक्त से बारी-बारी से यूपी पर राज किया। उन्होंने कहा कि ऐसे में जनता बीजेपी को हसरत की निगाह से देख रही है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जनता की उम्मीदों को नरेंद्र मोदी की विकासवादी सरकार से भी बल मिल रहा है। स्मृति इरानी ने कहा, 'बीजेपी अगर यूपी में सत्ता में आई तो भ्रष्टाचार को जड़ से मिटा देगी, कानून तोड़ने वालों को उनके अंजाम तक पहुंचाएगी और प्रदेश को अपनी पूरी ताकत का अहसास दिलाने में मदद करेगी। जनता हमें निश्चित तौर पर वोट देगी और एसपी-कांग्रेस के अवसरवादी गठबंधन को सबक सिखाएगी।'
गायत्री प्रजापति के खिलाफ एफआईआर दर्ज, बीजेपी ने की गिरफ्तारी की मांग
लखनऊ से मिली जानकारी के मुताबिक सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री और अब अमेठी से पार्टी के उम्मीदवार गायत्री प्रजापति पर रेप के आरोप का मामला दर्ज हो गया है। उनके खिलाफ लखनऊ के गौतमपल्ली थाने में केस दर्ज किया गया है। गायत्री की गिरफ्तारी की उलटी गिनती शुरु हो गई है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने तीन साल पुराने यौन शोषण मामले में गायत्री प्रजापति समेत पांच लोगों के खिलाफ अपराध संख्या 29-17 पर मुखदमा दर्ज किया है। भारतीय दंड संहिता की धारा 511 और 376-डी के अलावा गायत्री प्रजापति पर पॉक्सो एक्ट के तहत भी मुकदमा दर्ज किया गया है। एक महिला कार्यकर्ता ने गायत्री प्रजापति पर बलात्कार करने और उसकी बच्ची के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया था। अंतत: सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद यूपी पुलिस ने अखिलेश के करीबी मंत्री के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इस मामले में उक्त मामले जब गायत्री की गिरफ्तारी को लेकर क्षेत्राधिकारी हजरतगंज अवनीश मिश्रा से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुकदमा दर्ज हुआ है और इसकी विवेचना की जायेगी और पीड़िता के बयान व मेडिकल जांच के बाद यदि उन्हे दोषी पाया जाता है तो गिरफ्तारी की जायेगी। तुरन्त गिरफ्तारी के सवाल पर सीओ ने कहा कि कि इसकी फिलहाल जरूरत नहीं है। वहीं बीजेपी ने गायत्री को लेकर सपा पर हमला बोल दिया है, उन्होंने प्रजापति को तुरंत गिरफ्तार करने और सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है। वहीं खुद गायत्री प्रजापति ने पूरे मामले को अपने खिलाफ राजनीतिक साजिश बताया है।
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