इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए प्रचार अभियान के अंतिम दिन कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रोड शो किया। वहीं, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी रोड शो किया। राहुल गांधी ने कल शाम जिले के यमुनापार क्षेत्र कोरांव में एक रैली करने के बाद यहां ऐतिहासिक स्वराज भवन में रात बिताई। स्वराज भवन उनकी दादी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का जन्म स्थल है।
आज दोपहर उनके रोड शो में अखिलेश यादव भी शामिल हो गए। यह रोड शो आनन्द भवन के पास से शुरू हुआ। एक मर्सिडीज बस में ऊपर बैठे इन युवा नेताओं का कांग्रेस और सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी के भारी तादाद में युवा समर्थकों लोगों स्वागत किया और नारे लगाए। जैसे ही ये लोग इलाहाबाद विश्वविद्यालय की तरफ बढे, विद्यार्थियों के बीच उत्साह देखने को मिला। इस शहर में कांग्रेस-सपा गठबंधन की ओर से दो उम्मीदवार अनुग्रह नारायण सिंह (इलाहाबाद उत्तर) और रिचा सिंह (इलाहाबाद पश्चिम) खड़े किए गए हैं। रिचा सिंह इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र संघ की पूर्व अध्यक्ष रही हैं। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता किशोर वार्ष्णेय ने कहा कि स्टेशन रोड पर इस रोड शो की समाप्ति पर इन दोनों नेताओं ने बहुत लघु भाषण दिया जिसमें उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अगली सरकार बनाएंगे और उनके गठबंधन से गति बनी है उससे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विचलित हैं।
दूसरी ओर, इसी तरह का एक रोड शो भाजपा अध्यक्ष अमित शाह द्वारा भी किया गया। उन्होंने सोरांव में एक रैली के साथ यह रोड शो शुरू किया और इसके बाद पार्टी के राष्ट्रीय सचिव सिद्घार्थ नाथ सिंह के समर्थन में शहर की मुंडेरा मंडी में एक जनसभा को संबोधित किया। सिद्घार्थ नाथ सिंह को इलाहाबाद (पश्चिम) सीट से भाजपा उम्मीदवार के तौर पर खड़ा किया गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि दोनों रोड शो को देखने के बाद यह अंदाजा लगाया जाने लगा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का रोड शो राहुल-अखिलेश के रोड शो से फीका रहा। इससे भाजपा नेताओं के चेहरे पर चिंता की लकीरें भी देखी गईं। उल्लेखनीय है कि इलाहाबाद में 12 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव 23 फरवरी को कराए जाएंगे।
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