वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संसदीय सीट वाराणसी में बीजेपी को पार्टी कार्यकर्ताओं समेत कई सीनियर नेताओं के विरोध का सामना करना पड़ा रहा है। दरअसल, वाराणसी जिले से कुछ लोगों को टिकट ना मिलने से पार्टी और उन लोगों के समर्थक नाराज हैं। इसके लिए लगभग सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य के सामने प्रदर्शन भी किया। जिन लोगों को टिकट नहीं दिया गया है उनमें बीजेपी के कई विश्वास पात्र नेता भी शामिल हैं। गुस्से से भरे लोगों ने स्वामी प्रसाद मौर्य की प्रेस कॉन्फ्रेंस में हंगामा किया और टिकटों में बदलाव के लिए कहा। हालांकि, केशव प्रसाद मौर्य ने साफ किया है कि टिकटों में बदलाव नहीं किया जाएगा।
जिन लोगों को टिकट नहीं मिला उनमें श्यामदेव राय चौधरी का नाम शामिल है। वह वाराणसी की साउथ एसेंबली सीट से सात बार विधायक रह चुके हैं। चौधरी का टिकट कटने पर केशव प्रसाद मौर्य उनके घर भी गए थे। मीडिया से बात करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी चौधरी की इज्जत करती है और उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। हालांकि, खुद चौधरी अपना टिकट कटने से नाराज हैं। उन्होंने कहा कि वह अपमानित महसूस कर रहे हैं क्योंकि टिकट ना देने का फैसला बिना उन्हें सलाह लिए किया गया। वाराणसी जिले के पार्टी कार्यकर्ता बीजेपी में शामिल हो रहे बाहरी लोगों को लेकर भी नाराज हैं। उन्हें लगता है कि आउट साइडर को अहम जिम्मेदारियां सौंपी जा रही है। उत्तरप्रदेश में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव के लिए वोटिंग सात चरणों में होगी। 11 मार्च को पता लगेगा कि किस पार्टी ने कितनी सीटें हासिल कीं और राज्य में किसकी सरकार बनेगी। चुनाव में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने गठबंधन किया हुआ है। वहीं बीजेपी और बहुजन समाजवादी पार्टी अकेले-अकेले चुनावी मैदान में हैं।
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