नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नव वर्ष की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए कई बड़े ऐलान किए. पीएम ने अपने ऐलान में हर वर्ग का ख्याल रखते हुए सबसे पहले घर बनाने के लिए लोन के ब्याजदर में भारी छूट देने की घोषणा की. साथ ही पीएम ने अपने संबोधन में नोटबंदी के फायदे का भी जिक्र किया. पीएम ने भाषण की शुरुआत में कहा कि दिवाली के बाद देश ने एक बड़ा फैसला लिया. जिसका परिणाम बेहतर मिला और अब नए संकल्प और उमंग के साथ देश के लोग नए साल में कदम रखेंगे. उन्होंने कहा कि बुराई के खिलाफ लोगों ने सरकार का भरपूर साथ दिया. सरकार और देशवासी भ्रष्टाचार के खिलाफ कंधा से कंधा मिलाकर लड़ रहे हैं. पीएम ने अपने संबोधन में बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अब शहरों में 9 लाख रुपये तक का घर बनाने के लिए ब्याजदर में 4 प्रतिशत छूट दी जाएगी. जबकि 12 लाख रुपये तक लोन पर 3 फीसदी की छूट दी जाएगी. गांवों में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत साल 2017 से 33 फीसदी ज्यादा घर बनाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि गरीब, मध्यमवर्ग के लोग घर खरीद सकें इसके लिए बड़े फैसले लिए हैं. लाखों लोगों के पास अपना घर नहीं है. काला धन बढ़ा तो मध्यमवर्ग की पहुंच से घर खरीदना दूर हो गया. यही नहीं, 2017 में गांव में रहने वाले लोग अपना घर का निर्माण करना चाहते हैं या पुराने घर का विस्तार करना चाहते हैं उन्हें 2 लाख रुपये तक के लोन में तीन प्रतिशत की छूट दी जाएगी. पीएम ने साफ शब्दों में कहा कि भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ इस लड़ाई को हमें रुकने नहीं देना है.1917 में सत्याग्रह का आंदोलन शुरू हुआ. 100 वर्ष बाद भी ईमानदारी के प्रति लोगों में साकारात्मक मूल्यों है. हम फिर एक बार फिर सत्य का आग्रह करेंगे तो सच्चाई की पटरी पर आगे बढ़ने में कोई कठिनाई नहीं आएगी. सत्य का आग्रह संपूर्ण सफलता की गारंटी है.
गर्भवती महिलाओं को तोहफा
देश के संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि गर्भवती महिलाओं के लिए देशव्यापी योजना शुरू की जा रही है. सभी जिलों में सरकार गर्भवती महिलाओं को पंजीकरण, डिलिवरी, खान पान के लिए छह हजार रुपये की आर्थिक मदद करेगी. ये राशि उनके अकाउंट में जमा कर दी जाएगी. वर्तमान में यह पायलट परियोजना चार हजार रुपये और 53 जिलों में चलाई जा रही है. मुद्रा योजना की सफलता उत्साहवर्धक रही है. पिछले साल करीब साढ़े तीन करोड़ लोगों ने इसका फायदा उठाया. सरकार का इसे डबल करने का इरादा है. पीएम मोदी ने कहा कि अगले तीन महीने में 3 करोड़ किसान क्रेडिट कार्डों को RUPAY कार्ड में बदला जाएगा. डिस्ट्रिक्ट कॉपरेटिव सेंट्रल बैंक और प्राइमरी सोसाइटी से जिन किसानों ने खरीफ और रबी की बुवाई के लिए कर्ज लिया था. उस कर्ज के 60 दिन का ब्याज सरकार वहन करेगी और किसानों के खातों में ट्रांसफर करेगी. पीएम ने बैंकों को ये भी कहा है कि छोटे उद्योगों के लिए कैश क्रेडिट लिमिट को बढ़ा कर 25 फीसदी करें, NBFC से लिया गया लोन भी इसमें कवर होगा. अब दो करोड़ रुपये तक का लोन कवर होगा. नाबार्ड ने 21 करोड़ रुपये की व्यवस्था की थी अब सरकार उसमें 20 करोड़ रुपये और जोड़ रही है. नाबार्ड कम ब्याज पर किसानों को कर्ज देगी. नोटबंदी पर प्रधानमंत्री ने कहा कि बैंककर्मी देर रात तक जुटकर इस अभियान में लगे रहे. बैंक देश के गरीब, निम्न मध्यमवर्गों को ध्यान में रखते हुए अब अपने कार्य करेगा. उन्होंने बताया कि इतिहास गवाह है कि हिंदुस्तान के बैंकों के पास इतनी बड़ी मात्रा में इतने कम समय में पैसे कभी नहीं आए. नोटबंदी का फल भविष्य में बेहतर मिलेगा.
कालेधन समाज और सरकार के लिए नासूर
पीएम की मानें तो आदतन बेईमान लोगों को भी अब टेक्नोलॉजी की ताकत के कारण, काले कारोबार से निकलकर कानून-नियम का पालन करते हुए मुख्यधारा में आना होगा. अगर हम जागरूक रहे तो अपने बच्चों को हिंसा का रास्ता छोड़ मुख्यधारा में लौटने में मदद कर सकते हैं. क्योंकि आतंकवाद, नक्सलवाद, मानव तस्करी से जुड़े लोग, कालेधन पर ही निर्भर रहते हैं. कालेधन समाज और सरकारों के लिए नासूर बन गए हैं. इस एक निर्णय ने इन सब पर गहरी चोट पहुंचाई है. पीएम मोदी ने कहा कि बड़े नोट से केवल महंगाई और कालाधन बढ़ रहा था. बड़े नोट गरीबों का हक छीन रहा था. उन्होंने कहा कि कैश अगर अर्थव्यवस्था के साथ तो देश का विकास होता है लेकिन देश में वैसा नहीं हो रहा था. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हम सच्चाई से कब तक मुंह मोड़ते रहेंगे. ये सरकार सज्जनों की मित्र है और दुर्जनों को सज्जनता के रास्ते पर लौटाने के लिए उपयुक्त वातावरण को तैयार करने के पक्ष में है. कानून अपना काम करेगा. सरकार की प्राथमिकता ईमानदार लोगों को प्रतिष्ठित करने की है. नोटबंदी के फैसले को तारीफ करते हुए पीएम ने कहा कि हिंदुस्तान ने जो करके दिखाया है, ऐसा विश्व में तुलना करने के लिए कोई उदाहरण नहीं. पीएम की मानें तो देशवासियों ने जो कष्ट झेला है, वो भारत के उज्जवल भविष्य के लिए नागरिकों के त्याग की मिसाल है. हर हिंदुस्तानी के लिए सच्चाई और अच्छाई कितनी अहमियत रखती है.
गांव-गांव तक विकास पहुंचाने का वादा
उन्होंने कहा, 'बैंकिंग व्यवस्था को सामान्य करने पर ध्यान केंद्रित किया जाए. विशेषकर ग्रामीण इलाकों में, दूर-दराज वाले इलाकों में प्रो-एक्टिव होकर हर छोटी से छोटी कमी को दूर किया जाए'. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार, कालाधन, जालीनोट के खिलाफ लड़ाई में आप एक कदम भी पीछे नहीं रहना चाहते हैं, आपका ये प्यार आशीर्वाद की तरह है. प्रधानमंत्री ने कहा कि जब हम कहते हैं कि 'कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी'... इस बात को देशवासियों ने जीकर दिखाया है. दीवाली के बाद की घटनाओं से ये सिद्ध हो चुका है कि करोड़ों देशवासी ऐसी घुटन से मुक्ति के अवसर की तलाश कर रहे थे. उन्होंने कहा कि दिवाली के तुरंत बाद हमारा देश ऐतिहासिक शुद्धि यज्ञ का गवाह बना. गौरलतब है कि इससे पहले 8 नवंबर 2016 को शाम में देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का ऐलान किया था. पीएम मोदी ने कालेधन और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए 500 और हजार रुपये के नोट को अवैध करार देते हुए उसे प्रचलन से बाहर करने की घोषणा की थी. इसके लिए उन्होंने देशवासियों से 50 दिन का वक्त मांगा था, 30 दिसंबर को ही नोटबंदी के 50 दिन पूरे भी हो गए. इस दरम्यान लोगों की परेशानी को देखते हुए नोटबंदी के साथ लिए गए फैसलों में कई बार बदलाव भी किए गए. हालांकि नोटबंदी से लोगों को नकदी की काफी दिक्कतें आईं लेकिन फिर भी वो पीएम के फैसले के साथ खड़े दिखे।
गर्भवती महिलाओं को तोहफा
देश के संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि गर्भवती महिलाओं के लिए देशव्यापी योजना शुरू की जा रही है. सभी जिलों में सरकार गर्भवती महिलाओं को पंजीकरण, डिलिवरी, खान पान के लिए छह हजार रुपये की आर्थिक मदद करेगी. ये राशि उनके अकाउंट में जमा कर दी जाएगी. वर्तमान में यह पायलट परियोजना चार हजार रुपये और 53 जिलों में चलाई जा रही है. मुद्रा योजना की सफलता उत्साहवर्धक रही है. पिछले साल करीब साढ़े तीन करोड़ लोगों ने इसका फायदा उठाया. सरकार का इसे डबल करने का इरादा है. पीएम मोदी ने कहा कि अगले तीन महीने में 3 करोड़ किसान क्रेडिट कार्डों को RUPAY कार्ड में बदला जाएगा. डिस्ट्रिक्ट कॉपरेटिव सेंट्रल बैंक और प्राइमरी सोसाइटी से जिन किसानों ने खरीफ और रबी की बुवाई के लिए कर्ज लिया था. उस कर्ज के 60 दिन का ब्याज सरकार वहन करेगी और किसानों के खातों में ट्रांसफर करेगी. पीएम ने बैंकों को ये भी कहा है कि छोटे उद्योगों के लिए कैश क्रेडिट लिमिट को बढ़ा कर 25 फीसदी करें, NBFC से लिया गया लोन भी इसमें कवर होगा. अब दो करोड़ रुपये तक का लोन कवर होगा. नाबार्ड ने 21 करोड़ रुपये की व्यवस्था की थी अब सरकार उसमें 20 करोड़ रुपये और जोड़ रही है. नाबार्ड कम ब्याज पर किसानों को कर्ज देगी. नोटबंदी पर प्रधानमंत्री ने कहा कि बैंककर्मी देर रात तक जुटकर इस अभियान में लगे रहे. बैंक देश के गरीब, निम्न मध्यमवर्गों को ध्यान में रखते हुए अब अपने कार्य करेगा. उन्होंने बताया कि इतिहास गवाह है कि हिंदुस्तान के बैंकों के पास इतनी बड़ी मात्रा में इतने कम समय में पैसे कभी नहीं आए. नोटबंदी का फल भविष्य में बेहतर मिलेगा.
कालेधन समाज और सरकार के लिए नासूर
पीएम की मानें तो आदतन बेईमान लोगों को भी अब टेक्नोलॉजी की ताकत के कारण, काले कारोबार से निकलकर कानून-नियम का पालन करते हुए मुख्यधारा में आना होगा. अगर हम जागरूक रहे तो अपने बच्चों को हिंसा का रास्ता छोड़ मुख्यधारा में लौटने में मदद कर सकते हैं. क्योंकि आतंकवाद, नक्सलवाद, मानव तस्करी से जुड़े लोग, कालेधन पर ही निर्भर रहते हैं. कालेधन समाज और सरकारों के लिए नासूर बन गए हैं. इस एक निर्णय ने इन सब पर गहरी चोट पहुंचाई है. पीएम मोदी ने कहा कि बड़े नोट से केवल महंगाई और कालाधन बढ़ रहा था. बड़े नोट गरीबों का हक छीन रहा था. उन्होंने कहा कि कैश अगर अर्थव्यवस्था के साथ तो देश का विकास होता है लेकिन देश में वैसा नहीं हो रहा था. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हम सच्चाई से कब तक मुंह मोड़ते रहेंगे. ये सरकार सज्जनों की मित्र है और दुर्जनों को सज्जनता के रास्ते पर लौटाने के लिए उपयुक्त वातावरण को तैयार करने के पक्ष में है. कानून अपना काम करेगा. सरकार की प्राथमिकता ईमानदार लोगों को प्रतिष्ठित करने की है. नोटबंदी के फैसले को तारीफ करते हुए पीएम ने कहा कि हिंदुस्तान ने जो करके दिखाया है, ऐसा विश्व में तुलना करने के लिए कोई उदाहरण नहीं. पीएम की मानें तो देशवासियों ने जो कष्ट झेला है, वो भारत के उज्जवल भविष्य के लिए नागरिकों के त्याग की मिसाल है. हर हिंदुस्तानी के लिए सच्चाई और अच्छाई कितनी अहमियत रखती है.
गांव-गांव तक विकास पहुंचाने का वादा
उन्होंने कहा, 'बैंकिंग व्यवस्था को सामान्य करने पर ध्यान केंद्रित किया जाए. विशेषकर ग्रामीण इलाकों में, दूर-दराज वाले इलाकों में प्रो-एक्टिव होकर हर छोटी से छोटी कमी को दूर किया जाए'. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार, कालाधन, जालीनोट के खिलाफ लड़ाई में आप एक कदम भी पीछे नहीं रहना चाहते हैं, आपका ये प्यार आशीर्वाद की तरह है. प्रधानमंत्री ने कहा कि जब हम कहते हैं कि 'कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी'... इस बात को देशवासियों ने जीकर दिखाया है. दीवाली के बाद की घटनाओं से ये सिद्ध हो चुका है कि करोड़ों देशवासी ऐसी घुटन से मुक्ति के अवसर की तलाश कर रहे थे. उन्होंने कहा कि दिवाली के तुरंत बाद हमारा देश ऐतिहासिक शुद्धि यज्ञ का गवाह बना. गौरलतब है कि इससे पहले 8 नवंबर 2016 को शाम में देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का ऐलान किया था. पीएम मोदी ने कालेधन और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए 500 और हजार रुपये के नोट को अवैध करार देते हुए उसे प्रचलन से बाहर करने की घोषणा की थी. इसके लिए उन्होंने देशवासियों से 50 दिन का वक्त मांगा था, 30 दिसंबर को ही नोटबंदी के 50 दिन पूरे भी हो गए. इस दरम्यान लोगों की परेशानी को देखते हुए नोटबंदी के साथ लिए गए फैसलों में कई बार बदलाव भी किए गए. हालांकि नोटबंदी से लोगों को नकदी की काफी दिक्कतें आईं लेकिन फिर भी वो पीएम के फैसले के साथ खड़े दिखे।
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