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‘मोदी जी के मौन से गुजरात में दंगा हुआ, अब पूरा देश नफरत में डूब जाएगा’

रीता बहुगुणा जोशी जी, कैसे मान लें कि आप नरेन्द्र मोदीजी से प्रभावित होकर बीजेपी में आईं?
कांग्रेस छोड़ भाजपा में पहुंची रीता बहुगुणा जोशी के कुछ ट्वीट्स, आप भी पढ़ें-‘अच्छे दिन...25 साल में’, ‘दंगे में भाजपा की पोल खुली’, ‘भाजपा ने कितने दिन सदन चलने दी थी मोदीजी’, ‘राहुल जी ने बिहार में भाजपा को धुल चटा दी’, ‘बिहार में मोदी के घमंड को लोगों ने नकार दिया’ 
नई दिल्ली। कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुईं रीता बहुगुणा जोशी, लेकिन बात ज़्यादा पुरानी नहीं है जब वो भाजपा की, नरेंद्र मोदी की और उनकी तमाम नीतियों की आलोचना करते नहीं थकतीं थीं. जिन अमित शाह के बग़ल में बैठ कर उन्होंने बीजेपी ज्वाइन की उनको कोसने का भी वो कोई मौक़ा नहीं गंवाती थीं. पेश हैं उनके ऐसे ट्वीट जो दिखाते हैं कि उनकी नई पार्टी भाजपा की उनकी नज़रों में क्या क़ीमत थी? "अच्छे दिन पांच साल में, दस साल में, नहीं-नहीं 25 साल में. नरेंद्र मोदी और अमित शाह आप लोगों को एक बार बेवकूफ़ बना सकते हो. बार-बार नहीं." "नरेंद्र मोदी सदन ना चलने की शिकायत करते रहते हैं. भाजपा ने कितने दिन लोकसभा चलने दी थी मोदी जी." "मुज़फ्फ़रनगर रेप केस का सांप्रदायिकरण करने की कोशिश में भाजपा की बुरी तरह से पोल खुल गई. गंदी राजनीति नहीं चलने वाली." "भारत-पाकिस्तान के रिश्ते बड़े संवेदनशील हैं. उसमें सावधानी बरतनी पड़ेगी. प्रधानमंत्री की अपनी अपनी सोच के आधार पर बात नहीं बनने वाली." "राहुल गांधी को बधाई जिन्होंने बिहार में महागठबंधन के गठन में अहम भूमिका निभाई जिसने बिहार में भाजपा को धूल चटा दी." "बिहार की जीत भारत की धर्म निरपेक्ष सोच की जीत है, मोदी का घमंड और बीजेपी-संघ की सांप्रदायिकता को लोगों ने नकार दिया." "मोदी जी के मौन की वजह से गुजरात में नरसंहार हुआ. इस बार उनका मौन पूरे भारत को हिंसा और नफ़रत में डुबा देगा." साभार-बीबीसी
रीता बहुगुणा जोशी जी, कैसे मान लें कि आप नरेन्द्र मोदीजी से प्रभावित होकर बीजेपी में आईं? 
यूपी कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और विधायक रीता बहुगुणा जोशी गुरुवार (20 अक्टूबर) को अपनी पुरानी पार्टी से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गईं। माना जा रहा है कि जोशी शीला दीक्षित को यूपी के सीएम पद का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद से ही पार्टी से असंतुष्ट थीं। राज बब्बर को यूपी कांग्रेस का अध्यक्ष बनाये जाने के बाद उनके सब्र का बांध टूट गया। जोशी 2007 से 2012 तक यूपी कांग्रेस की अध्यक्ष रही थीं। बीजेपी में शामिल होने से पहले जोशी समाजवादी पार्टी के नेता और यूपी के सीएम अखिलेश यादव से भी मिली थीं। तब उनके सपा में शामिल होने की अटकल लगाई जा रही थी। लेकिन शायद वहां उनकी बात नहीं बनी। उनके बीजेपी में जाने की खबर सूत्रों के हवाले से तीन-चार पहले ही मीडिया में आ गई थी जिसकी आज आधिकारिक पुष्टि भी हो गई। 67 वर्षीय जोशी तीन दशकों से अधिक समय से राजनीति में हैं इसलिए उनके लिए उसी पार्टी में शामिल होने में ज्यादा मुश्किल नहीं आएगी जिसका वो इतने लंबे समय से विरोध करती रही हैं। लेकिन हैरत की बात ये है कि जोशी ने गुरुवार को बीजेपी में शामिल होने के लिए जो तर्क दिए उन पर शायद कोई काठ का उल्लू ही यकीन करेगा। जोशी ने कहा कि वो राहुल गांधी के “खून के दलाली” वाले बयान से आहत थीं। जोशी ने कहा, “खून की दलाली जैसे शब्द का उपयोग किया गया, उससे मैं काफी दुखी हो गयी।” जोशी ने कहा कि जब पूरी दुनिया भारत की सर्जिकल स्ट्राइक पर यकीन कर रही थी तब कांग्रेस और दूसरी पार्टियों द्वारा इस पर सवाए उठाए जाना उन्हें पसंद नहीं आया। जोशी ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में नई दिल्ली में पार्टी में शामिल होने की घोषणा की। लेकिन अभी तक ये नहीं पता चला है कि बीजेपी में उन्हें क्या पद दिया जाएगा? जोशी को जो कांग्रेस में नहीं मिला वो बीजेपी में मिलेगा? जोशी लाख कहें कि वो सर्जिकल स्ट्राइक पर दिए गए बयानों और पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व से प्रभावित होकर बीजेपी में आई हैं लेकिन उनकी बात पर यकीन शायद ही किसी को होगा। और वो बीजेपी किन शर्तों पर आई हैं ये वक्त आने पर सबके सामने जरूर ही आ जाएगा। गौरतलब है कि उनके भाई विजय बहुगुणा को कांग्रेस ने उत्तराखंड का सीएम बनाया था। बाद में जब उन्हें सीएम पद से हटा दिया गया तो कुछ समय तक वो पार्टी से रुष्ट बने रहे फिर कांग्रेस की सरकार गिराने की विफल कोशिश की और राज्य की सत्ता नहीं हाथ लगी तो बीजेपी का दामन थाम लिया। जोशी के पिता और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा भी कांग्रेस पार्टी की सरकार में यूपी के सीएम रहे थे। लेकिन 1980 में कांग्रेस छोड़कर उन्होंने इंदिरा गांधी के धुरविरोधियों से हाथ मिला लिया था। अगर पद का लालच न भी हो तो जोशी अपने परिवार की परंपरा तो जरूर ही निभायी है।
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