नई दिल्ली। बसपा की मायावती और कांग्रेस की शीला दीक्षित को जवाब देने के लिए भाजपा भी अपने मुख्यमंत्री कैंडिडेट की बहुत जल्द घोषणा करने वाली है। अपुष्ट सूत्रों का कहना है कि पार्टी ने काफी मंथन के बाद मायावती को गाली देने वाली दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति सिंह को मुख्यमंत्री का कैंडिडेट बना सकती है। हालांकि यूपी में भाजपा के मुख्यमंत्री कैंडिडेट के रूप में योगी आदित्यनाथ, वरुण गांधी समेत कई दिग्गजों के नाम उछल रहे हैं, लेकिन पार्टी ने स्वाति के तेवर को देखते हुए अपना प्रत्याशी घोषित करने के बारे में विचार कर रही है। जानकार बताते हैं कि अभी स्वाति सिंह के नाम पर फाइनल मुहर नहीं लगी है, लेकिन जिस तरह से उनके पक्ष में पार्टी मुख्यालय में चर्चाएं चल रही है, उसे देख यह कहा जा सकता है कि भाजपा हाईकमान स्वाति के नाम पर विचार कर सकती है।
गौरतलब है कि अपनी बेटी के अपमान से बिफरीं दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति सिंह जब सामने आईं तो सबकी बोलती बंद कर दी। स्वाति सिंह ने जो तेवर दिखाए, उसे देखकर हर कोई दंग रह गया। पढ़ी लिखी महिला, हर बात का बिल्कुल नपा तुला और सटीक जवाब दे रही थी। तल्खी से भरपूर, लेकिन मजाल नहीं कि एक भी लफ्ज में जुबान फिसले। भाजपा के पारखियों ने भी स्वाति सिंह के तेवर देखे होंगे, महसूस किया होगा कि दयाशंकर को खोकर वो क्या पा सकते हैं..? स्वाति सिंह ने दरअसल बीजेपी के नुकसान की कमोबेश भरपाई कर दी है। पिछले दिनों खुद मायावती जब स्वाति सिंह पर दिल्ली में बोल रही थीं तो एक ही बात तीन-तीन बार दोहरा रही थीं, गला सूख रहा था। पत्रकारों को कोई सवाल पूछने नहीं दिया, जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या आप दयाशंकर की बेटी को गाली देने वाले कार्यकर्ताओं की तरफ से खेद व्यक्त करेंगी, सवाल सुनते ही मायावती निकल लीं, फिर पलटकर नहीं देखा।
पोस्टर में मायावती को 'राक्षस', स्वाति बनी 'दुर्गा'
गाली मुद्दे पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती के खिलाफ मोर्चा खोलकर सुर्ख़ियो में आई स्वाति सिंह के नाम पर अब सियासत शुरू हो गई है। इलाहाबाद में आज लगाए गए एक विवादित पोस्टर में स्वाति सिंह को देवी दुर्गा के रूप में पेश किया गया है। इसी पोस्टर में बीएसपी सुप्रीमो मायावती को सूर्पनखा तो यूपी बीजेपी के अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य को भगवान राम और स्वाति सिंह के पति दयाशंकर सिंह को उनके अनुज लक्ष्मण के तौर पर दिखाया गया है। पोस्टर के ज़रिये स्वाति सिंह को देवी दुर्गा के तौर पर पेश करने वाले बीजेपी समर्थक इलाहाबाद युनिवर्सिटी के छात्र नेता अनुराग शुक्ल का कहना है कि अपनी बेटी के सम्मान में स्वाति ने जिस तरह संघर्ष किया है और उन्होंने जो तेवर दिखाए हैं, उसके बाद देवी दुर्गा से उनकी तुलना किया जाना कतई गलत नहीं है। पोस्टर में बीएसपी नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी, सतीश मिश्र और बीएसपी के बागी स्वामी प्रसाद मौर्य के बारे में भी आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है। पोस्टर में नसीमुद्दीन सिद्दीकी को रावण, सतीश मिश्र को मारीच और स्वामी प्रसाद मौर्य को विभीषण बताकर उन्हें इसी रूप में पेश किया गया है। पोस्टर में स्वाति सिंह के साथ ही सभी नेताओं की तस्वीरें उनको बताए गए अवतारों में लगाई गई है। बीएसपी सुप्रीमों मायावती की नाक कटी हुई फोटो इस पोस्टर में लगाई गई है। पोस्टर लगाने वाले बीजेपी समर्थक छात्र नेता अनुराग शुक्ल ने खुद को आरक्षण मुक्त महासंगठन का संयोजक भी बताया है. इन लोगों ने स्वाति सिंह के समर्थन में जमकर नारेबाजी भी की है. स्वाति सिंह को देवी दुर्गा के तौर पर पेश किये जाने वाला यह पोस्टर शहर में तमाम जगहों पर लगाया गया है. हालांकि शिकायत मिलने पर पुलिस और नगर निगम की टीमों ने कई जगहों पर पोस्टरों को जबरन हटवा दिया. इस दौरान पोस्टर लगाने वालों और पुलिस में तीखी झड़प भी हुई है.
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