नई दिल्ली। आतंकी बुरहान की मौत पर जम्मू कश्मीर में हिंसा जारी है। विरोध प्रदर्शन में मरने वालों की संख्या 32 हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार अफ्रीकी देशों की यात्रा कर मंगलवार को दिल्ली् लौटे और तुरंत उन्होंधने सुबह दस बजे आला मंत्रियों और अधिकारियों के साथ अहम बैठक कर घाटी का जायजा लिया। कश्मीर में चार दिनों से हो रहे हिंसक प्रदर्शन पर आला अधिकारियों ने पीएम मोदी को रिपोर्ट दी। गृह मंत्री राजनाथ सिंह अमेरिका दौरा निरस्त हो गया है।
कश्मीतर के अनंतनाग, कुलगाम, शोपियां और पुलवामा जिले में पूरी तरह कर्फ्यू है। जबकि बारामुला, सोपोर और कुपवाडा के कुछ इलाकों में कर्फ्यू है। जबकि श्रीनगर के आठ थाना इलाकों में कर्फ्यू है। साउथ कश्मीर के 4 जिले में कर्फ्यू है। इसके अलावा खानियार, नौहट्टा, रैनावरी, क्रालकुर्द, सफाकदल, मैसिमा, नूरबाग, हब्बाकदल, महाराजगंज में तनाव है। प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक में गृह मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, वित्त मंत्री अरुण जेटली, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और शीर्ष सुरक्षा अधिकारी शामिल थे। सोमवार को इससे पहले गृह मंत्री ने पर्रिकर, जेटली, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक कर कश्मीर की स्थिति का जायजा लिया था। पीएम मोदी के साथ अफ्रीका गए डोभाल सोमवार को ही दौरा बीच में छोड़कर वापस आ गए थे। राजनाथ सिंह ने अपना अमेरिका का कार्यक्रम रद्द कर दिया है। 17 से 22 जुलाई तक राजनाथ सिंह अमेरिका दौरे पर जाने वाले थे। लेकिन कश्मीर की स्थिति को देखते हुए उन्होंने दौरा रद्द कर दिया है।
आतंकी बुरहान के एनकाउंटर का पाक पीएम नवाज शरीफ भी विरोध कर रहे हैं। बुरहान पर नवाज शरीफ के विरोध को पीएम मोदी ने भी नापसंद किया है। बुरहान पर पाकिस्तान के खिलाफ कांग्रेस ने भी कड़ा रुख लिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने कहा है कि सरकार के हर कदम पर साथ देंगे। इस मामले में यह बयान आने के बाद सरकार की ताकत और बढ़ गई है।
महबूबा को कमान देकर भाजपा ने किया बंटाधारः शिव सेना
कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद हुई हिंसा पर शिवसेना ने भाजपा पर निशाना साधा है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' में लिखा है कि 'कश्मीीर की वर्तमान स्थिति राष्ट्रीवय सुरक्षा के लिए एक तरह से धोखा है, क्या महबूबा मुफ्ती के हाथों में कश्मीर घाटी की कमान देकर भाजपा ने गलती तो नहीं की? सामना में लिखा गया है कि मौजूदा हालात देखकर लग रहा है कि कश्मीर का सवाल पहले की तुलना में और ज्यादा उलझ गया है। महबूबा मुफ्ती ऊपर-ऊपर से शांति का आह्वान कर रही है, फिर भी बुरहान वानी के बारे में उनकी निश्चित भूमिका क्या है, यह जानना जरूरी है।
शिवसेना ने भाजपा पर भी करारे प्रहार किए और कहा कि कहीं भाजपा ने महबूबा के हाथ कश्मीर घाटी की कमान देकर गलती तो नहीं कर दी, ऐसा डर लगता है। सामना में लिखा गया है कि इसके पहले अफजल गुरु को कश्मीर का स्वतंत्रता सेनानी या क्रांतिकारी मानने की वकालत भी महबूबा ने की थी। उनके इस इतिहास को देखते हुए यह डर बना हुआ है। सामना में लिखा गया है कि कश्मीर में जो आग लगी है, इसकी आंच देश को लग रही है। इधर अयोध्या में राम मंदिर निर्माण करवाने की घोषणा हुई। उसके पहले कश्मीर की अमरनाथ यात्रा शांति से संपन्न हो जाए। जो चल रहा है वह भयंकर है। गृहमंत्री को तत्काल पीएम को सारी जानकारी देनी चाहिए।
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