वाराणसी। बैकफुट पर चल रही बसपा को बीजेपी ने बड़ी ताकत दे दी है। बसपा की नयी ताकत से यूपी विधानसभा चुनाव से पहले ही फिर एक बार समीकरण बदल गया है। बीएसपी को नयी जान मिल गयी है और अब हाथी सरपट दौड़ेगा। बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष ने बसपा सुप्रीमो मायावती को लेकर जो अभद्र भाषा का प्रयोग किया था उसका असर अब दिखने लगा है। मायावती पर अमार्यादित भाषा का प्रयोग करने से नाराज बसपाईयों ने अब बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पिछले कुछ दिनों से स्वामी प्रसाद मौर्या व आरके चौधरी जैसे नेताओं के पार्टी छोड़ कर जाने से बैक फुट पर आयी बसपा को बड़ा मौका मिला है जिसका फायदा लेने में पार्टी के सारे लोग एकजुट हो गये हैं। पिछले एक माह से बसपा पूरी तरह से बैकफुट पर आ गयी थी। एक-एक करके नेता पार्टी को छोड़ते जा रहे थे। यूपी विधानसभा चुनाव से पहले ही बसपा की हवा निकलनी शुरू हो गयी थी। बसपा सुप्रीमो मायावती भी परेशान हो गयी थी और पार्टी को बचाने के साथ विपक्ष पर हमला भी बोलना था। बीजेपी ने मायावती को दो ऐसा मुद्दा दे दिया कि पार्टी में नयी जान आ गयी है।
बसपा सुप्रीमो मायावती अपने दलित वोट बैंक को सहेजने के लिए लगतार बीजेपी पर हमले कर रही है। हैदराबाद विश्वविद्यालय के रोहित वेमुला प्रकरण को लेकर मायावती ने स्मृति ईरानी पर जो हमला बोला था वह सभी को याद है। इसी तरह पीएम मोदी के गढ़ गुजरात में दो दलित युवकों को पिटने का मामले ने फिर से बसपा को मजबूत कर दिया है। यूपी में बीएसपी पहले से ही बीजेपी पर दलित विरोधी पार्टी होने का आरोप लगा रही थी और बीएसपी को एक और प्रकरण मिल गया है, जिसका बीजेपी को नुकसान उठाना पड़ सकता हैं। सपा भी रहेगी मायावती के निशाने परबीएसपी सुप्रीमो मायावती पर अमार्यादित बयान देने वाले बीजेपी के उपाध्यक्ष दयाशंकर ने बसपा को फिर से जिंदा कर दिया है। बसपा ने बीजेपी के साथ सपा पर भी हमला करने की योजना बनायी है। फिलहाल बीएसपी को नयी ताकत मिल गयी है जिसका यूपी चुनाव से पहले पार्टी पूरा फायदा उठायेगी। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने वाराणसी में दलितों के साथ भोजन किया था और संदेश दिया था कि बीजेपी भी दलितों के मुद्दों पर संवेदनशील रहती है, लेकिन बीजेपी उपाध्यक्ष ने अमित शाह की सारी मेहनत पर पानी फेर दिया है। बीएसपी अब बीजेपी पर हमले कर रही है जिसका जवाब बीजेपी के पास नहीं है।
- Blogger Comments
- Facebook Comments
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
0 comments:
Post a Comment
आपकी प्रतिक्रियाएँ क्रांति की पहल हैं, इसलिए अपनी प्रतिक्रियाएँ ज़रूर व्यक्त करें।