हरिद्वार। लंढौरा में हुए बवाल पर अब सियायत तेज हो गई है। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने बृहस्पतिवार को लंढौरा पहुंचकर सियासी गिरफ्तारी दी तो दूसरी ओर मौका मुआयना करने जा रहे भाजपा विधायकों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया। घटना के विरोध में भाजपा ने बृहस्पतिवार को पूरे प्रदेश में जगह-जगह राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और पुतला फूंका। शाम को पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिला और लंढौरा की घटना की सीबीआई जांच कराए जाने और प्रणव चैंपियन व उनके परिवार को सुरक्षा दिए जाने की मांग की। उधर, बवाल मामले में दो अलग-अलग मुकदमे दर्ज हुए हैं।
पहला मुकदमा दुकानदार महबूब की तहरीर पर प्रणव चैंपियन के ताऊ कृष्ण कुमार व दो अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज किया गया है। जबकि दूसरा मुकदमा 12 नामजद व 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस चौकी में तोडफ़ोड़, पथराव व आगजनी का दर्ज किया गया। पुलिस ने पहले मुकदमे में मुख्य आरोपी कृष्ण कुमार व दूसरे मुकदमे में सभी नामजद 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि हाईवे जाम करने के आरोप में डेढ़ सौ से अधिक लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर अज्ञात लोगों की पहचान का काम शुरू कर दिया गया है। इस बीच पुलिस ने एहतियातन पूरे जिले में नेट सेवा बंद करा दी। जिससे लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। माहौल की संवेदनशीलता को देखते हुए जुलूस व विरोध प्रदर्शन पर भी पूरी तरह रोक लगा दी गई है। बृहस्पतिवार को भी लंढौरा पूरी तरह छावनी में तब्दील रहा। कस्बे में दंगा नियंत्रण बल, आईटीबीपी, पीएसी और आईआरबी के जवान तैनात रहे। आस पास के गांवों में भी पुलिस, पीएसी व प्रशासन की ओर से मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। कस्बे में बाजार पूरी तरह बंद रहे। धारा 144 के बीच कस्बे में अघोषित कर्फ्यू जैसे हालात रहे। आईजी संजय गुंज्याल व डीआईजी पुष्पक ज्योति भी लंढौरा में कैंप किए हुए हैं।
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