देहरादून। विधायकों की खरीद-फरोख्त करने के के कथित स्टिंग में फंसे उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने स्वीकार कर लिया है कि वह स्टिंगकर्ता से घटना के दिन मिले थे। उन्होंने स्टिंग में खरीद-फरोख्त की बात होने को सच बताया है। हालांकि पूर्व सीएम ने कहा कि वह मजाक कर रहे थे। हरीश रावत के कबूलनामे के बात उत्तराखंड की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। रविवार शाम राजधानी देहरादून में पत्रकारों से वार्ता के दौरान पूर्व सीएम ने स्टिंग में खुद के होने की बात कबूल ली। शाम छह बजे के लगभग रावत ने पत्रकार वार्ता में कहा कि वह स्टिंगकर्ता से मिलने गए थे। कहा कि वे स्टिंग करने वाले को जानते थे इसीलिए जब उसने बुलाया तो वह मिलने चले गए। जब उसने उनसे विधायकों की खरीद-फरोख्त के लिए पैसे देने की पेशकश की तो उन्होंने उससे मजाक में हां कह दिया।
पूर्व सीएम ने स्टिंगकर्ता की हैसियत पर सवाल उठाते हुए कहा कि मुझे पता था कि स्टिंग करने वाले के पास इतने रुपये कहां हैं और वह मेरे लिए 15 करोड़ क्यों खर्च करेगा। जाहिर सी बात है जैसे वह मजाक कर रहा था वैसे ही मैने भी मजाक में उसे पैसे देने की बात कह दी। गौरतलब है कि शुक्रवार को राजभवन द्वारा की संस्तुति पर केंद्र ने केंद्र ने विधायकों की खरीद-फरोख्त के स्टिंग की जांच सीबीआई को सौंप दी थी। सीबीआई ने स्टिंगकर्ता ने उसी दिन से लंबी पूछताछ की थी। इसके साथ ही स्टिंगकर्ता ने सीबीआई को स्टिंग की सीडी भी सौंपी थी।
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