देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा में सत्ताधारी कांग्रेस के नौ सदस्यों के अपनी सरकार के खिलाफ बगावत के एक दिन बाद आज राज्यपाल कृष्णकांत पाल ने मुख्यमंत्री हरीश रावत तो 28 मार्च तक सदन में अपना बहुमत साबित करने को कहा है. राजभवन के एक अधिकारी ने बताया कि रावत को पत्र लिखकर राज्यपाल ने 18 मार्च को विधानसभा में हुए घटनाक्रम के संदर्भ में उन्हें 28 मार्च तक सदन में विश्वासमत हासिल करने के निर्देश दिये हैं. अधिकारी ने बताया कि यह पत्र मुख्यमंत्री को भेज दिया गया है.
राज्यपाल के ये निर्देश रावत सरकार के लिये काफी राहत भरे माने जा रहे हैं जो अपनी पार्टी के नौ विधायकों के बागी रूख अख्तियार करने और विपक्षी भाजपा के विधायकों के सुर में सुर मिलाने के बाद संवैधानिक संकट में फंस गयी है. सत्ताधारी कांग्रेस के 36 विधायकों में से नौ के सरकार के खिलाफ खडे हो जाने के बाद विपक्षी भाजपा दावा कर रही है कि राज्य की हरीश रावत सरकार अल्पमत में आ गयी है. कल रात हुए घटनाक्रम के बाद से सत्ताधारी कांग्रेस और विपक्षी भाजपा दोनों अपने-अपने पक्ष में बहुमत होने का दावा कर रही हैं. भाजपा का दावा है कि 70 सदस्यीय विधानसभा में नौ बागी कांग्रेस विधायकों को मिलाकर उनके पास 35 का बहुमत है. वहीं मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि उनकी सरकार का अब भी बहुमत है और किसी भी तथाकथित बागी विधायक ने न तो पार्टी और न ही कांग्रेस विधानमंडल दल की सदस्यता छोडी है.
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