भोपाल (शूरैह नियाज़ी, बीबीसी हिंदी डॉट कॉम के लिए)। मध्यप्रदेश के खरगोन ज़िले में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की आपत्तिजनक तस्वीर को सोशल मीडिया में शेयर करने पर दो युवकों को दो दिन पहले गिरफ़्तार कर लिया गया था। इन्हें शुक्रवार को अदालत से ज़मानत मिल गई। भिकनगांव के 22 साल के शाकिर बांठिया और खरगोन के 21 साल के वसीम शेख़ ने मोहन भागवत की मॉर्फिंग की गई तस्वीर को वाट्सऐप पर शेयर किया था। हिंदू संगठनों की शिकायत पर इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था।
इन युवकों के दोस्त प्रशांत गंगराड़े ने कहा, "जिन दो धाराओं के तहत इन्हें गिरफ्तार किया गया था वो किसी भी तरह से इनके ख़िलाफ़ नहीं बनती थीं। ये धाराएं अश्लील मैसेज या लिखित कथन पर लगाई जा सकती है। जबकि इसमें इस तरह का कुछ भी नहीं था।" पुलिस ने दोनों युवकों को आईटी एक्ट के सेक्शन 67 और आईपीसी की धारा 505(2) तहत अभियुक्त बनाया है। इन दोनों का संबंध कांग्रेस पार्टी से भी बताया जा रहा है। एसडीएम (सब डिवीज़नल मजिस्ट्रेट) एसपी सिंह ने कहा, "इन लोगों ने मोहन भागवत की फोटो को शेयर किया था. इन लोगों को दो धाराओं में गिरफ्तार किया गया था. इनकी गिरफ्तारी इसलिए की गई ताकि किसी किस्म का माहौल न बिगड़े. इन्हें कोर्ट से ज़मानत मिल गई है।" इससे पहले रेंज आईजी विपिन महेश्वरी, एसपी अमित कुमार सिंह, एएसपी अंतर सिंह कनेश और एसडीओपी खरगोन ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया था।
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