भोलेश्वर उपमन्यु
मुंबई। सिनेमा फॉर ऑल, सिनेमा फॉर ब्रदरहुड इस आपसी भाईचारा, इंसानियत और शांती के संदेश देने के संकल्प के साथ मुबंई में 7 दिवसीय इंडिया इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल-ईफफ् जैसे कलात्मक सिनेमा महोत्सव का आगाज हुआ। इसमें केवल मनोरंजन से हटके भाईचारा, इंसानियत, सामाजिक जिम्मेदारी की विचारधारा का उद्घोष किया गया।
मुंबई विद्यापीठ कलिना प्रांगण में डब्लूआरआइसी, इतिहास तथा मनोचिकित्सा विभाग के ऑडिटोरियम में अर्थशास्त्र विभाग के सहयोग से आयोजन हुआ है। इस संबंध में वरिष्ठ सिने पत्रकार नम्रता शुक्ला ने कहा कि फिल्म निर्देशक तथा पत्रकार करण समर्थ के बारह साल के अथक प्रयासों को मुबंई विद्यापीठ के वाइस चांसलर डा. संजय देशमुख ने समझकर सहयोग दिया और चित्रपट महोत्सव अंतर्राष्ट्रीय बन गया। इस विचार,शांति और सद्भाव के सपने को पूरा करने के लिए लखनऊ में भी बुलंद करेंगे। निर्देशक करण समर्थ कहते हैं यह गौरव की बात है कि ईफफ् को विद्यापीठ, फिल्म डिवीजन, महाराष्ट्र सरकार, अमेरिकी यूएससी युनिवर्सिटी तथा चेक रिपब्लिक कि फामू युनिवर्सिटी जैसी अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं ने सहयोग दिया। उन्होंने बताया कि 25 सालों से फिल्म निर्माण सहित तथा सिनेमा महोत्सवों में सहभागी रहा और उनमें कई खामियों के चलते हुए कुछ अलग करने की इच्छा प्रबल हुई। कई हालीबुड सिनेमा निर्माण में सहायक के रूप में शामिल रहा और यहां से कई अंतर्राष्ट्रीय कॉन्टेक्ट प्राप्त हुए और मैंने इंडिया इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल को आकार दिया । प्रथम साल में ही हमें साठ देशों से एक हजार छह सौ अॅमनिमेशन, डॉक्युमेंटरी, फीचर और शॉर्ट फिल्में प्राप्त हुई । इसमें कई फिल्में अनरिलिज फिल्में भी थी। महोत्सव से संबल मिला है और इसे देश एवं जनता के कल्याण के लिए हर स्तर पर करने का एलान करता हूं। ईफफ् का उद्घाटन डा. नीरज हातेकर ने किया। बाल कलाकार अदिती ने कत्थक नृत्य से महोत्सव आगे बढ़ा। शुक्ला कहती हैं कि ईफफ् उत्तर प्रदेश में भी सिनेमा के जरिए मानवता का पाठ पढ़ाने, शांती, भाईचारे का संदेश देने के लिए आएगा।- Blogger Comments
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