नई दिल्ली। फाइजर ने कहा कि उसने कोरेक्स की बिक्री बंद कर दी है जिसकी 31 दिसंबर में समाप्त नौ महीने की अवधि के दौरान 176 करोड़ रुपए की बिक्री हुई थी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने खांसी में लिए जाने वाले सिरप के मिश्रण सहित ऐसी करीब 344 दवाओं को प्रतिबंधित कर दिया है, जिनमें दो या अधिक दवाओं का निश्चित मात्रा में मिश्रण होता है। मंत्रालय का कहना है कि यह लोगों के स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह है और इसके सुरक्षित विकल्प मौजूद हैं। प्रतिबंध के बाद दवा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी फाइजर और अबॉट ने खांसी की दवा कोरेक्स और फेंसेडिल की बिक्री बंद कर दी है। हालांकि, दिल्लीम हाईकोर्ट ने बैन पर फिलहाल स्टेर लगा दिया है। दवाओं पर यह प्रतिबंध तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है और इस संबंध में मंत्रालय ने राजपत्र में एक अधिसूचना भी जारी की है। स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक ऐसी 344 दवाओं को प्रतिबंधित कर दिया गया है। उपलब्ध श्रेष्ठ वैज्ञानिकों से इनके प्रभावों का बेहतर तरीके से अध्ययन कराकर इस मसले पर निष्पक्षता बरतने की कोशिश की गई है।
सूत्रों ने बताया कि 344 से अधिक कंपनियों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है और विशेषज्ञ समिति की ओर से अपनी सिफारिशें सौंप दिए जाने के बाद उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए समय दिया गया है। मंत्रालय सूत्रों ने बताया कि इन कंपनियों में से कुछ ने अभी तक जबाव देने की भी जहमत नहीं उठाई। हालांकि सभी को पर्याप्त मौका देने के बाद यह कदम उठाया गया। अधिसूचना के मुताबिक केंद्र सरकार की ओर से नियुक्त एक विशेषज्ञ समिति ने मामले की जांच की है। अधिसूचना के मुताबिक -विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों के आधार पर केंद्र सरकार इस बात से संतुष्ट है कि जनहित में इन उत्पादों की देश में बिक्री और वितरण का नियमन किया जाए। इन मिश्रणों में क्लोफेनिरेमाइन माइलेट और कोडीन सिरप शामिल हैं जो कोरेक्स के लोकप्रिय नाम से जाना जाता है। इस बीच दवा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी फाइजर और अबॉट ने सरकार की ओर से 300 से अधिक तय खुराक वाली वाली दवाओं (एफडीसी) पर प्रतिबंध के बाद अपनी लोकप्रिय खांसी की दवा कोरेक्स और फेंसेडिल की बिक्री बंद कर दी है। दो कंपनियों ने हालांकि कहा कि वे प्रतिबंध के असर से निपटने के लिए सभी विकल्प तलाश रहे हैं। फाइजर ने कहा कि उसने कोरेक्स की बिक्री बंद कर दी है जिसकी 31 दिसंबर में समाप्त नौ महीने की अवधि के दौरान 176 करोड़ रुपए की बिक्री हुई थी। कंपनी ने कहा कि सरकार की पहल का उस पर विपरीत असर होगा। फाइजर ने बंबई शेयर बाजार को बताया कि कंपनी अपने पास उपलब्ध सभी विकल्पों की तलाश कर रही है। प्रतिबंध का कंपनी की आय और मुनाफे पर असर होगा। इधर अबॉट ने भी अपनी दवा फेंसेडिल की बिक्री बंद कर दी है। कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी सरकार की अधिसूचना के संबंध में सभी कानूनी अनिवार्यताओं का पालन कर रही है।
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