नई दिल्ली। कांग्रेस के संगठन के चुनाव की प्रक्रिया को पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी के अगले सप्ताह यूरोप से लौटने के बाद गति मिल सकती है तथा इस बीच ऐसे संकेत हैं कि जल्द ही राहुल अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी भी संभाल सकते हैं। बीते 27 दिसंबर को राहुल ने ट्वीट के जरिए ‘कुछ दिनों’ के लिए यूरोप जाने की जानकारी दी थी। पहली बार उन्होंने अपने विदेश दौरे को लेकर सार्वजनिक रूप से जानकारी दी थी। पार्टी के एक पदाधिकारी ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर बताया, ‘वह (राहुल) जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार हैं। यह कहना गलत है कि वह अध्यक्ष नहीं बनना चाहते हैं। इन बातों में भी कोई सच्चाई नहीं है कि गांधी असम चुनाव के संपन्न होने तक का इंतजार कर सकते हैं।’ इस नेता का मानना है कि राहुल की पदोन्नति ‘देर सवेर’ होनी चाहिए लेकिन उन्होंने कोई समयसीमा बताने से इंकार किया।
कुछ दिनों पहले एक कार्यक्रम में जब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि ‘उनसे पूछिए।’ पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कुछ दिनों पहले कहा था कि कांग्रेस का जमीनी कार्यकर्ता चाहता है कि राहुल को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी जल्द सौंपी जानी चाहिए, लेकिन इस बारे में कोई भी फैसला कांग्रेस अध्यक्ष कर सकती हैं। कांग्रेस नेताओं का एक धड़ा मानता है कि राहुल को काफी पहले ही इस जिम्मेदारी के लिए मान जाना चाहिए था। पिछले साल सितंबर में हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में पार्टी का आंतरिक चुनाव कराने के लिए समयसीमा को बढ़ाकर साल 2016 तक कर दिया गया था।
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