मुंबई। भारत का मोस्ट वांटेड दाऊद इब्राहिम के बारे में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। पिछले माह पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ की नतिनी की शादी में दाऊद के आने का दावा किया गया है। ये दावा किया है एक पत्रकार ने। खास बात यह है कि ठीक एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शिरकत की थी। इस शादी में दाऊद की मौजूदगी से यह फिर साफ हो गया है कि नवाज शरीफ भारत को छल रहे हैं। एक ओर भारत से नए रिश्तों की बातें, गर्मजोशी भरी मुलाकातें और दूसरी ओर भारत के मोस्टवांटेड दुश्मन को न्यौते। पाकिस्तान का यह दोहरा चरित्र फिर उजागर हुआ है। अफगानिस्तान से लौटते हुए अचानक मोदी ने दोस्ती निभाई थी। पाकिस्तान उतरे और नवाज शरीफ की खुशी में शरीक हुए, नतिनी मेहरुन्निसा उर्फ माहनूर सफदर को आशीर्वाद दिए, तोहफे दिए और भारत आ गए थे। मुंबई के वरिष्ठ पत्रकार बलजीत परमार का दावा है कि 26 दिसंबर के दिन दसियों सालों से भारतीय कानून को छल रहा अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम लाहौर शहर में था। न सिर्फ लाहौर शहर में था, बल्कि उसका आगमन राइविंड पैलेस में भी हुआ। परमार कहते हैं कि नतिनी की शादी में अंडरव्लर्ड डॉ़न दाऊद इब्राहिम अपने पूरे परिवार के साथ पहुंचा था। इस पार्टी में हिंदुस्तान का एक बड़ा कारोबारी और मुंबई से भी कुछ लोग गए थे। ये वही पत्रकार हैं जो अस्सी के दशक में दुबई में दाऊद से दो बार मिलने का दावा कर चुके हैं। दावे को अगर सच माना जाए तो नवाज शरीफ के ईमानदारी के दावे पर कालिख पुत जाएगी।
दिलचस्प बात ये है कि भारतीय खुफिया एजेंसियों ने दाऊद इब्राहिम के दाहिने हाथ छोटा शकील की टेलीफोन पर बातें इंटरसेप्ट की थीं। इन बातों से लगा था कि दाऊद किसी बड़े जलसे में जाने वाला है। उस वक्त ये लगा था कि शायद ये जलसा खुद दाऊद की बर्थडे पार्टी का है। 26 दिसंबर को ही दाऊद की सालगिरह जो थी। खुफिया एजेंसियां को लगा था कि डी कंपनी दाऊद के सठियाने का जश्न बड़े पैमाने पर मनाने की तैयारी में है। इसी के लिए कई देशों के मेहमानों को न्यौता दिया जा रहा है। पाकिस्तानी मीडिया में भी ये शादी छाई रही थी। मेहरुन्निसा और राहिल मुनीर दोनों ही लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पढ़े हैं और एक दूसरे को सालों से जानते रहे हैं। कई अलग अलग चैनलों ने इस आलीशान शादी में होने वाले भारी भरकम खर्च पर भी खबरें दिखाईं। कहा गया कि कम से कम 2 हजार मेहमान इस जलसे में शामिल होने आए। पत्रकार बलजीत परमार का दावा है कि नवाज शरीफ की नतिनी की बलाएं लेने मौजूद था दाऊद और उसका परिवार। ये वो शादी थी जिसमें पाकिस्तान का हर बड़ा चेहरा था। ये वो शादी थी जिसमें पाकिस्तान की सरकार थी, ISI थी, फौज के चेहरे थे और दावा है कि इसी जलसे में दाऊद इब्राहिम भी था। दाऊद की बेगम बेटियां और पूरी फैमिली थी।
अगर नवाज शरीफ वाकई में भारत से अच्छे ताल्लुकात चाहते हैं तो उनकी नतिनी की शादी में वो इंसान कैसे बुलाया जा सकता है जो भारत का दुश्मन है। अगर ये दावा सच्चा है तो क्या शरीफ पर से उनकी शराफत की कलई नहीं खुल जाती। वो भी तब जब पठानकोट हमले ने दोनों के बीच बातचीत खटाई में डाल दी है। पाकिस्तान के जाने माने उद्योगपति चौधरी मुनीर के साहबजादे राहिल मुनीर के साथ शरीफ की नतिनी ब्याही गई हैं। ये वही चौधरी मुनीर हैं जिन्होंने पीएम मोदी के राइविंड पैलेस पहुंचते ही, कार से उतरते ही सबसे पहले हाथ मिलाया था। खबरें ये भी आती रही हैं कि ISI ने दाऊद इब्राहिम के पाकिस्तान में जलसों पर जाने, खुलेआम पार्टियां करने पर ऐतराज जताया था और उसे उसके सेफ हाउस में एक तरह से नजरबंद कर दिया गया था। अगर ऐसा था तो फिर दाऊद उस जलसे में कैसे आ पाया। सवाल ये भी है कि क्या नवाज शरीफ उस पार्टी में कभी दाऊद या उससे जुड़े किसी भी बदनाम चेहरे को न्यौता देने की भूल करेंगे, जिस पार्टी पर दुनिया भर की निगाहें हैं। जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, क्या इसमें जोखिम बहुत बड़ा नहीं था। सवाल ये भी है कि क्या दाऊद खुद ऐसे जलसे में जाकर पाकिस्तानी हुक्मरानों से अपना करीबी रिश्ता जगजाहिर करने का जोखिम उठाएगा। वो भी तब जब अमेरिका, ब्रिटेन, यूएई और भारत समेत कई देशों की खुफिया एजेंसियां उसके पीछे हैं। (साभार आईबीएन-7)
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