नई दिल्ली। भारत प्रशासित राज्य जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ़्ती मोहम्मद सईद का निधन हो गया है. वो 80 साल के थे। वो फेफड़ों में संक्रमण की वजह से वो 24 दिसंबर से दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती थे। मुफ़्ती मोहम्मद सईद के राजनीतिक सलाहकार वहीद पर्रा ने उनके निधन की पुष्टि की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पालम हवाई अड्डे पर पहुंचकर मुफ़्ती मोहम्मद सईद के शव पर फूल चढ़ाए और श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर लिखा, '' मुफ़्ती साहब के निधन से देश और जम्मू कश्मीर की राजनीति में भारी खालीपन आया है, जहां उनके असाधारण नेतृत्व ने लोगों के जीवन पर बहुत प्रभाव डाला। उनकी आत्मा को शांति मिले।'' कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एम्स पहुंचकर मुफ़्ती मोहम्मद सईद के शव पर फूल चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, "मैं मुफ़्ती जी की पत्नी, उनकी बेटी महबूबा और पूरे परिवार के लिए दुआ करता हूं कि इस मुश्किल वक़्त में उन्हें ये दुख सहने की ताकत मिले। मैं और मेरा परिवार उनके लिए दुआ करता है।"
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी मुफ़्ती मोहम्मद सईद के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री के निधन की ख़बर सुनकर बहुत दुख हुआ। वो आम लोगों ख़ासकर ग़रीबों के प्रति अपने प्रेम के लिए जाने जाते थे।'' उन्होंने लिखा, ''मुफ़्ती मोहमम्द सईद को जम्मू कश्मीर से जुड़े जटिल मुद्दों की गहरी समझ थी.वो घाटी में शांति लाना चाहते थे।'' उन्होंने कहा कि मुफ़्ती मोहम्मद सईद का निधन जम्मू कश्मीर के लिए अपूर्णीय क्षति है। उनके निधन से राष्ट्रीय राष्ट्रीय राजनीति में भी खालीपन आया है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने एक ट्विट में कहा, '' मुफ़्ती मोहम्मद सईद के निधन की ख़बर सुनकर बहुत दुख हुआ. वो एक असाधारण राजनेता थे। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और समर्थकों के साथ हैं। वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के दफ़्तर ने ट्विट कर कहा, '' मुफ़्ती साहब के निधन के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ. मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और समर्थकों के साथ हैं।''
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा, ''मुफ़्ती मोहम्मद सईद के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ। उनकी आत्मा को शांति मिले. उनके शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी सहानुभूति।'' पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में कश्मीर घाटी में उनकी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने 28 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इसके बाद पीडीपी ने भाजपा के समर्थन से सरकार बनाई थी. मुफ़्ती मोहम्मद सईद ने एक मार्च 2015 को जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
सुबह करीब साढे़ सात बजे ली अंतिम सांस ली
जम्मू कश्मीर के शिक्षा मंत्री एवं सरकार के प्रवक्ता नईम अख्तर ने बताया कि मुख्यमंत्री ने सुबह करीब साढे़ सात बजे अंतिम सांस ली। सईद के परिवार में उनकी पत्नी, पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती समेत तीन बेटियां और एक बेटा है। मुफ्ती मोहम्माद सईद के गुज़र जाने के बाद उनकी बेटी महबूबा मुफ्ती को जम्मू-कश्मीर मुख्यमंत्री पद की कमान मिल सकती है। वो पीडीपी की अध्यक्ष भी हैं। बताया गया है कि सत्ता में पीडीपी की सहयोगी बीजेपी को महबूबा के मुख्यमंत्री बनने पर कोई एतराज़ नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुफ़्ती मोहम्मद सईद को श्रद्धांजलि देने पालम एयरपोर्ट पहुंचे, जहां उनका पार्थिव शरीर था। पीएम के साथ गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे। इस दौरान एयरपोर्ट पर पीडीपी के कई नेता भी मौजूद थे।
दो बार रहे जम्मू-कश्मीर के सीएम, देश के गृह मंत्री भी बने
सईद दो बार जम्मू-कश्मीर के सीएम रहे। वर्ष 2002 में उन्होंने पहली बार जम्मू-कश्मीर के सीएम का पदभार संभाला था। इसके बाद 1 मार्च 2015 को पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार में वे जम्मू-कश्मीर के 12वें सीएम बने। 1989 से 1990 के बीच सईद देश के गृह मंत्री भी रहे। उल्लेाखनीय है कि सईद को विगत 24 दिसंबर को बुखार और गर्दन में दर्द की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। एम्स के चिकित्सकों ने उन्हें सेप्सिस, ब्लड काउंट्स में कमी और निमोनिया से पीड़ित पाया था। वह एम्स के सघन चिकित्सा कक्ष में थे और अस्पताल में भर्ती होने के दौरान उनकी प्लेटलेट्स में खतरनाक स्तर तक गिरावट आई थी। पिछले कुछ दिनों से मुख्यमंत्री वेंटीलेटर पर थे।
मुफ़्ती के निधन पर मेरी गहरी संवेदनाएः राष्ट्रपति
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन पर शोक जताया है। उन्होंंने ट्वीट किया, 'जम्मू-कश्मीर के सीएम मुफ़्ती मोहम्मद सईद के निधन पर मेरी गहरी संवेदनाएं। जम्मू-कश्मीर और देश को दी गई उनकी सेवाओं को हमेशा याद रखा जाएगा।'
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