लखनऊ। मायावती के चरणों को पकड़े हुए 'फेसबुक' पर फोटो डालना एक महिला बीएसपी नेता को इतना मंहगा पड़ा कि नाराज़ मायावती ने उनका टिकट ही वापस ले लिया। दरअसल मायावती ने बीएसपी नेता संगीता चौधरी को अलीगढ़ की अतरौली सीट से टिकट देने का एलान किया तो वह इतनी खुश हो गईं कि सीधे मायावती के घर पहुंचीं और उनके चरणों को पकड़कर जमीन में बैठ गईं। उन्होंने इसी पोज़ में अपनी तस्वीरें खिंचवाईं। संगीता चौधरी ने मायावती का आभार जताने के लिए अपने बच्चों से भी मायावती के चरण स्पर्श कराए। उनकी भी चरण छूते हुए तस्वीरें खिंचवाईं। बात यहीं खत्म नहीं हुई, उन्होंने यह सारी तस्वीरें अपने फेसबुक एकाउंट पर डाल दीं, ताकि दुनिया को पता चल जाए कि वह मायावती की कितनी बड़ी भक्त हैं। फेसबुक पर तो तमाम तरह के लोग होते हैं। तमाम लोगों की उन्हें लाइक्स मिलीं...किसी ने लिखा..."वाओ "...किसी ने "ऑसम "...किसी ने लिखा "नाइस पिक "...। बड़ी तादाद में ऐसे लोगों की भी थी जिन्होंने इसके लिए मायावती की निंदा की। कई लोगों को लगा कि अपनी नेता को जमीन पर बिठाकर उससे चरण पकड़वाना कुछ वैसी ही सोच है जिसे मायावती ब्राह्मणवादी मानसिकता कहती हैं। बहनजी को यह पता चला तो वह बहुत नाराज़ हुईं और उन्होंने संगीता चौधरी का विधानसभा चुनाव का टिकट वापस ले लिया।
बीएसपी विधायक दल के नेता स्वामी मौर्या को लगता है कि जरूर संगीता ने साजिश की है। उन्होंने NDTV इंडिया से कहा ,"देखिए सम्मान देने के लिए कोई प्रणाम करता है, कोई आदाब करता है, कोई पैर भी छू लेता है।...लेकिन चरण पकड़कर बैठे हुए फोटो को फेसबुक पर लगाना जरूर संगीता की साजिश लगती है। कांशी राम जी तो पैर छुआना सख्त नापसंद करते थे। बहन जी भी नापसंद करती हैं। लेकिन चूंकि वह एक बहुत बड़ी नेता हैं इसलिए अगर कोई अचानक चरण छू ले तो वह उसे मना करती हैं।" उधर इस पूरे प्रकरण से संगीता इतनी डरी हुई हैं कि उन्होंने बस इतना ही कहा कि " किया है, बिल्कुल सही किया है। बहन जी कभी भी कुछ गलत नहीं करतीं। अगर मैंने कोई गलती की है तो मुझे उसकी सजा जरूर मिलनी चाहिए।" लेकिन संगीता के करीबी दबी जुबां में कह रहे हैं बहनजी के पास तो इतनी फुर्सत है नहीं कि वह संगीता की फेसबुक प्रोफाइल खोलकर देखें कि वह उस पर क्या पोस्ट करती हैं। यह सब तो कोई फेसबुक देखने वाला ही बहनजी को बता सकता है। उन्हें इसमें किसी घर भेदी का हाथ नज़र आता है।
हालांकि सार्वजनिक मंचों पर तमाम लोग मायावती के पैर छूते रहे हैं। यही नहीं कुछ साल पहले तो मायावती के एक सिक्योरिटी अफसर उनकी जूतियों पर धूल देखकर इतने विचलित हुए कि आसपास कोई खराब कपड़ा नहीं मिला तो उन्होंने आव देखा न ताव, बस झट से जेब से अपना सफेद रूमाल निकला और झुककर उनकी जूतियों पर लगी गुस्ताख धूल को रगड़ डाला। जब उनकी तस्वीरें न्यूज़ चैनल्स पर चलने लगीं तो यूपी के कैबिनेट सेक्रेटरी ने सफाई में एक बयान जारी किया जिसमें लिखा कि "सुरक्षा अधिकारी ने माननीय मुख्यमंत्री की सैंडल पर ऐसी जगह पर कीचड़ लगा देख लिया था कि अगर उसे फौरन साफ न किया जाता तो फिसलने से उनके साथ बड़ा हादसा हो जाता,जो उनकी सुरक्षा में बड़ी चूक मानी जाती। लिहाज़ा उनके लिए सिक्योरिटी थ्रेट देखते हुए सुरक्षा अधिकारी ने अपनी ड्यूटी निभाई है। " बहरहाल संगीता सिक्योरिटी अफसर की तरह खुशनसीब साबित नहीं हुईं और उनका विधानसभा चुनाव का टिकट कट गया।
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