नई दिल्ली। बिहार चुनावों के बाद पार्टी की लीडरशीप पर सवाल उठाने वाले भाजपा के चार वरिष्ठ नेता गुरुवार को फिर इकट्ठे हुए। मुरली मनोहर जोशी के घर पर लालकृष्ण आडवाणी, शांता कुमार और यशवंत सिन्हा ने मुलाकात की और कीर्ति आजाद को पार्टी से निलंबन को ठीक नहीं माना। बैठक में इन नेताओं ने तय किया कि वे कीर्ति आजाद से मुलाकात करेंगे और फिर इस मुद्दे को पार्टी फोरम में उठाएंगे। इन नेताओं का कहना है कि कीर्ति आजाद को पक्ष रखने का मौका दिया जाना चाहिए था। इस बीच भाजपा सांसद कीर्ति आजाद ने अहमदाबाद में एक प्रेस कांफ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा है कि वह पार्टी से उन्हें निलंबित किए जाने के मामले में दखल दें। कीर्ति आजाद ने यह भी दावा किया कि वरिष्ठ भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने उन्हें कहा है कि वह निलंबन नोटिस का जवाब तैयार करने में उनकी मदद करेंगे।
भाजपा नेता स्वामी ने भी कीर्ति आजाद को निलंबित करने के पार्टी के फैसले पर गुरुवार को सवाल उठाए और कहा कि क्या क्रिकेट पार्टी के अनुशासन के दायरे में आता है। स्वामी ने ट्विटर पर लिखा, ‘कीर्ति से जुड़ा पहला मुद्दा है कि क्या क्रिकेट पार्टी अनुशासन के दायरे में आता है। दूसरा मुद्दा है कि बीसीसीआई पर उच्चतम न्यायालय के मुकदमे के कारण क्या पार्टी का फैसला अदालत में टिकने वाला है।’
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