पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के चौथे चरण में 1 नवंबर को सात ज़िलों की 55 सीटों के लिए मतदान हो रहा है। राज्य चुनाव आयोग के अनुसार भारतीय समयानुसार 11 बजे तक 27.77 फ़ीसदी वोटिंग हुई है। फ़िलहाल सबसे ज़्यादा मतदान पश्चिमी चंपारण ज़िले में हुआ है। वहां 31.30 फ़ीसदी लोगों ने वोट डाला है जबकि सबसे कम सीतामढ़ी में 23.6 फ़ीसदी वोटिंग हुई है। इस दौर के चुनाव में वरिष्ठ मंत्री रमई राम, रंजू गीता और मनोज कुशवाहा की क़िस्मत का फ़ैसला होगा। पूर्वी चंपारण में महिलाओं में मतदान को लेकर ख़ासा उत्साह है और मतदान केंद्रों के बाहर मतदाताओं के लंबी कतारें लगी हैं। वहां भारत-नेपाल रिश्ते एक अहम मुद्दा है क्योंकि मधेशी आंदोलन के कारण नेपाल के लिए आवाजाही बंद है। साथ ही मतदाता बेरोज़गारी और महंगाई से भी चिंतित हैं। उधर, मुज़फ़्फ़रपुर से स्थानीय पत्रकार मनीष शांडिल्य का कहना है कि पहले तीन चरणों की तरह इस बार भी मतदान केंद्रों पर महिलाओं की संख्या अधिक दिख रही है। पिछले विधानसभा चुनाव में जेडीयू के साथ लड़ते हुए बीजेपी ने मुज़फ़्फ़रपुर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, गोपालगंज और सीवान की 55 सीटों में से 26 सीटें जीती थीं। जेडीयू तब 24 सीटों पर विजयी रहा था। आरजेडी को दो और तीन सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों के खाते में गई थीं। इस बार परिदृश्य बदला हुआ है और पिछली बार के सहयोगी प्रतिद्वंद्वीं और प्रतिद्वंद्वी सहयोगी बने हुए हैं।
इन 55 सीटों पर महागठबंधन की ओर से आरजेडी 26, जेडीयू 21 और कांग्रेस 8 मैदान में हैं। एनडीए की ओर से बीजेपी 42, एलजेपी 5, हिंदुस्तान अवामी मोर्चा और लोक समता पार्टी 4-4 सीटों पर ख़म ठोक रही हैं। कुल 14,139 मतदान केंद्रों पर 776 उम्मीदवारों की किस्मत का फ़ैसला करेंगे जिनमें से 57 महिलाएं हैं। इनकी क़िस्मत का फ़ैसला 1,46,93,294 मतदाता करेंगे जिनमें 78,50,337 पुरुष मतदाताओं और 68,42,545 महिला मतदाताओं के अलावा थर्ड जेंडर के 412 मतदाता भी हैं। अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी आर लक्ष्मणन ने कहा है कि सुरक्षा के लिहाज से 43 सीटों पर भारतीय समयानुसार सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक मतदान होगा। आठ सीटों पर मतदान एक घंटा पहले ही ख़त्म हो जाएगा और चार सीटों पर ये दोपहर तीन बजे तक होगा। नक्सल प्रभावित मतदान केंद्रों की संख्या 3043 है। सुरक्षा के लिए केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 1163 कंपनियां (सबमें 100 जवान होंगे) तैनात की गई हैं। नदियों के रास्ते पैट्रोलिंग के लिए 38 मोटरबोट भी तैनात हैं। चौथे दौर के चुनाव के बाद कुल 186 सीटों पर मत पड़ चुके होंगे और बाक़ी बची 57 सीटों पर पांच नवंबर को मतदान होगा। मतगणना आठ नवंबर को होगी।
पटना से मनीष शांडिल्य ने बीबीसी हिन्दी डॉट कॉम को बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए प्रचार शुक्रवार शाम ख़त्म हो गया। सूबे के सात जिलों के 55 विधानसभा क्षेत्रों में रविवार को मतदान हो रहा है। इस चरण में जिन इलाकों में चुनाव हो रहा है उनमें चंपारण से लेकर एक जमाने में बिहार की राजनीतिक राजधानी कहा जाने वाला मुज़फ़्फ़रपुर शामिल हैं। इस चरण में करीब डेढ़ करोड़ मतदाता कुल 776 प्रत्याशियों में से अपने विधायक का चुनाव करेंगे। पांच चरणों में हो रहे बिहार विधानसभा चुनाव के तीन चरणों में आधे से अधिक 131 सीटों पर चुनाव पूरा हो चुका है। अभी दो चरणों में कुल 112 सीटों पर चुनाव बाकी है। इस चरण में भाजपा की बड़ी प्रतिष्ठा दांव पर है। भाजपा के 42 उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि महागठबंधन में राजद 26 और जदयू 21 सीटों पर ताल ठोक रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालू यादव के गृह जिले गोपालगंज और मुजफ्फरपुर में चुनावी सभाओं को संबोधित किया। उन्होंने इसमें आरक्षण, बिहारी-बाहरी, भ्रष्टाचार और कथित घोटालों का ज़िक्र करते हुए अपने अंदाज में महागठबंधन पर निशाना साधा। विरोधियों द्वारा खुद को बाहरी बताए जाने के मुद्दे पर मुजफ्फरपुर की रैली में नरेंद्र मोदी ने कहा, "क्या मैं बाहरी हूं? पाकिस्तान, बांग्लादेश या श्रीलंका का प्रधानमंत्री हूं? मैं बिहार का प्रधानमंत्री नहीं हूं क्या?" उन्होंने आगे कहा, "ये लोग मुझे बाहरी कहते हैं। क्या सोनिया गांधी भी बाहरी हैं?" वहीं गोपालगंज में उन्होंने सवाल किया, "नीतीश ने कहा था कि अगर किसी भ्रष्टाचारी को पकड़ा गया तो उसके घर को जब्त कर लिया जाएगा और वहां स्कूल खोला जाएगा।" मोदी ने कहा, "लालू तो भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जा चुके हैं, लालू के घर में स्कूल क्यों नहीं खोला गया?" वहीं महागठबंधन की ओर से कमान लालू यादव और नीतीश कुमार ने संभाली। इन दोनों ने शुक्रवार को आधा दर्जन से अधिक सभाएं कीं। लालू ने पटना में कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने महागठबंधन की जीत पर पाकिस्तान में पटाखे फूटने की बात कहकर बिहार का अपमान किया है। राजद की ओर से आज इस बयान के खिलाफ पटना में चुनाव आयोग में शिकायत भी दर्ज कराई गई। वहीं नीतीश कुमार ने मधुबनी की बेनीपट्टी की रैली में नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, "नरेंद्र मोदी एक पार्टी नहीं पूरे देश के प्रधानमंत्री हैं। मेरे भी प्रधानमंत्री हैं।" लेकिन साथ ही उन्होंने जवाब दिया, "प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी को 14 महीनों बाद बिहार की याद तब आई जब बिहार का चुनाव आया।" नीतीश ने यह कहते हुए चुटकी ली कि प्रधानमंत्री या तो विदेश यात्रा करते हैं या चुनाव यात्रा। चौथे चरण के चुनाव पर आरक्षण संबंधी और पाकिस्तान में पटाखे फूटने जैसे बयानों का कितना असर पड़ेगा? इनके जवाब में वरिष्ठ पत्रकार सुरुर अहमद बताते हैं, "मतदाताओं ने अपना मन बना लिया है। अब ऐसी बयानबाजियों का शायद ही कोई असर पड़े।" इस चरण में जिन 55 सीटों पर चुनाव होगा उनमें से अभी 28 सीटें भाजपा, 23 सीटें जदयू और केवल एक सीट राजद के पास है। अहम उम्मीदवारों में बिहार सरकार के मंत्री रमई राम और रंजू गीता, राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रेणु देवी शामिल हैं। इस चरण का बड़ा इलाका गन्ना उत्पादन के लिए मशहूर है। लेकिन इलाके के वोटरों ने किस के लिए चुनाव परिणाम को मीठा बनाया यह तो आठ नवंबर को ही पता चल पाएगा।
पटना से मनीष शांडिल्य ने बीबीसी हिन्दी डॉट कॉम को बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए प्रचार शुक्रवार शाम ख़त्म हो गया। सूबे के सात जिलों के 55 विधानसभा क्षेत्रों में रविवार को मतदान हो रहा है। इस चरण में जिन इलाकों में चुनाव हो रहा है उनमें चंपारण से लेकर एक जमाने में बिहार की राजनीतिक राजधानी कहा जाने वाला मुज़फ़्फ़रपुर शामिल हैं। इस चरण में करीब डेढ़ करोड़ मतदाता कुल 776 प्रत्याशियों में से अपने विधायक का चुनाव करेंगे। पांच चरणों में हो रहे बिहार विधानसभा चुनाव के तीन चरणों में आधे से अधिक 131 सीटों पर चुनाव पूरा हो चुका है। अभी दो चरणों में कुल 112 सीटों पर चुनाव बाकी है। इस चरण में भाजपा की बड़ी प्रतिष्ठा दांव पर है। भाजपा के 42 उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि महागठबंधन में राजद 26 और जदयू 21 सीटों पर ताल ठोक रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालू यादव के गृह जिले गोपालगंज और मुजफ्फरपुर में चुनावी सभाओं को संबोधित किया। उन्होंने इसमें आरक्षण, बिहारी-बाहरी, भ्रष्टाचार और कथित घोटालों का ज़िक्र करते हुए अपने अंदाज में महागठबंधन पर निशाना साधा। विरोधियों द्वारा खुद को बाहरी बताए जाने के मुद्दे पर मुजफ्फरपुर की रैली में नरेंद्र मोदी ने कहा, "क्या मैं बाहरी हूं? पाकिस्तान, बांग्लादेश या श्रीलंका का प्रधानमंत्री हूं? मैं बिहार का प्रधानमंत्री नहीं हूं क्या?" उन्होंने आगे कहा, "ये लोग मुझे बाहरी कहते हैं। क्या सोनिया गांधी भी बाहरी हैं?" वहीं गोपालगंज में उन्होंने सवाल किया, "नीतीश ने कहा था कि अगर किसी भ्रष्टाचारी को पकड़ा गया तो उसके घर को जब्त कर लिया जाएगा और वहां स्कूल खोला जाएगा।" मोदी ने कहा, "लालू तो भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जा चुके हैं, लालू के घर में स्कूल क्यों नहीं खोला गया?" वहीं महागठबंधन की ओर से कमान लालू यादव और नीतीश कुमार ने संभाली। इन दोनों ने शुक्रवार को आधा दर्जन से अधिक सभाएं कीं। लालू ने पटना में कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने महागठबंधन की जीत पर पाकिस्तान में पटाखे फूटने की बात कहकर बिहार का अपमान किया है। राजद की ओर से आज इस बयान के खिलाफ पटना में चुनाव आयोग में शिकायत भी दर्ज कराई गई। वहीं नीतीश कुमार ने मधुबनी की बेनीपट्टी की रैली में नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, "नरेंद्र मोदी एक पार्टी नहीं पूरे देश के प्रधानमंत्री हैं। मेरे भी प्रधानमंत्री हैं।" लेकिन साथ ही उन्होंने जवाब दिया, "प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी को 14 महीनों बाद बिहार की याद तब आई जब बिहार का चुनाव आया।" नीतीश ने यह कहते हुए चुटकी ली कि प्रधानमंत्री या तो विदेश यात्रा करते हैं या चुनाव यात्रा। चौथे चरण के चुनाव पर आरक्षण संबंधी और पाकिस्तान में पटाखे फूटने जैसे बयानों का कितना असर पड़ेगा? इनके जवाब में वरिष्ठ पत्रकार सुरुर अहमद बताते हैं, "मतदाताओं ने अपना मन बना लिया है। अब ऐसी बयानबाजियों का शायद ही कोई असर पड़े।" इस चरण में जिन 55 सीटों पर चुनाव होगा उनमें से अभी 28 सीटें भाजपा, 23 सीटें जदयू और केवल एक सीट राजद के पास है। अहम उम्मीदवारों में बिहार सरकार के मंत्री रमई राम और रंजू गीता, राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रेणु देवी शामिल हैं। इस चरण का बड़ा इलाका गन्ना उत्पादन के लिए मशहूर है। लेकिन इलाके के वोटरों ने किस के लिए चुनाव परिणाम को मीठा बनाया यह तो आठ नवंबर को ही पता चल पाएगा।
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